कोरबा: बांगो थाने में पदस्थ असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह परिहार के ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझा लिया है. पुलिस ने शनिवार को कोनकोना गांव के बाबापारा में रहने वाले 25 साल के युवक करण गिरी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार करण होली के दिन अपने दोस्तों के साथ डीजे की धुन पर डांस कर रहा था. इसी दौरान परिहार से उसकी कहासुनी हुई थी. एएसआई ने डीजे साउंड सिस्टम जप्त कर लिया था. करण इसी बात से इतना गुस्से में था कि आधी रात को पुलिस बैरक में घुसकर अकेले ही एएसआई पहिहार की हत्या कर दी. करण ने कुल्हाड़ी से वार कर एएसआई परिहार को मौत के घाट उतारा था. हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी को भी पुलिस ने जब्त किया है, जिसे घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने झाड़ियों में छुपा दिया था.
9 मार्च की दरम्यानी रात को हुई थी हत्या : बांगो थाने में पदस्थ एएसआई परिहार की 9 मार्च की रात को नृशंस हत्या की गई थी. इसके बाद तत्कालीन मानगो थाना प्रभारी लाइन अटैच कर दिया था. इस घटना ने प्रदेश भर में सुर्खियां बटोरी. मामला विधानसभा में भी गूंजा. एएसपी अभिषेक वर्मा, एसडीओपी कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी सहित फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और सायबर सेल टीम घटना स्थल पर पहुंची और लगातार छानबीन की. आईजी बीएन मीणा भी घटना स्थल का निरीक्षण करने आए और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया था. अलग-अलग एक्सपर्ट टीमें इस मामले की जांच कर रही थी. 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई और कॉल डिटेल भी खंगाले गए.
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टेक्निकल टीम और लोकेशन के आधार पर मिले अहम सुराग : एक पुलिसकर्मी के सनसनीखेज हत्या के वारदात के संबंध में एएसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि "सबसे अहम सुराग टेक्निकल टीम ने दिया. यह वास्तव में एक ब्लाइंड मर्डर केस था. आरोपी पुलिस थाने के सामने ही रहता था, जो कि पुलिस के गतिविधियों से वाकिफ था. आरोपी करण का पूर्व में भी आपराधिक केस रहा है. आबकारी से जुड़े एक केस में वह जेल जा चुका है. इसमें मृतक एएसआई परिहार की भूमिका थी. इसके बाद होली के 1 दिन पहले आरोपी और उसके साथी डीजे की धुन पर डांस कर रहे थे. तब पुलिस ने गांव में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए डीजे बंद कराया था. इसे जब्त कर लिया था. तभी से आरोपी के मन में परिहार के लिए गुस्सा पैदा हुआ. उसने हत्या का प्लान बनाया.
पुलिस की गतिविधियों से था वाकिफ: आरोपी पुलिस की गतिविधियों से वाकिफ था. होली के दूसरे दिन वह आधी रात को पुलिस बैरक पहुंचा. दरवाजा खटखटा कर पहले परिहार को जगाया. दरवाजा खुलते ही टांगी से ताबड़तोड़ वार किया और लगातार वार कर परिहार को मौत के घाट उतार दिया. आरोपी को हिरासत में लेकर कई बार पूछताछ की गई. वह लगातार अपने बयान बदल रहा था. इससे संदेह और गहरा हो गया. टेक्निकल टीम को सुराग मिला कि, घटना वाली रात को आरोपी का लोकेशन पुलिस बैरक में दिख रहा था. जो कि एक सबसे अहम सबूत बना. इसके आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया. हत्या की धाराओं के तहत उसकी गिरफ्तारी कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.
एएसआई को अकेले ही उतार दिया मौत के घाट : डीजे जब्त करने और होली नहीं मनाने देने के बाद से 25 वर्षीय करण बेहद गुस्से में था. पुलिस ने यह भी बताया कि जब डीजे जप्त की जा रही थी. तब उसने यह कहा भी था कि आज मैं मर्डर करके रहूंगा. इसके बाद जब पुलिस का गांव में आना जाना बंद हुआ. तब सुनसान माहौल का फायदा उठाकर वह बैरक जा पहुंचा और कुल्हाड़ी से एएसआई परिहार पर ताबड़तोड़ वार किया. परिहार के शरीर पर आरोपी करण ने कई बार वार किया था, जिससे उनकी जान चली गई. कोई ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण पुलिस को इस मामले को सुलझाने में 15 दिन का समय लग गया.