CRIMEकोरबा: कलेक्टर द्वारा जिला बदर किए जाने संबंधी आदेश के बाद भी आरोपी खुलेआम शहर में घूम रहा है. बीती रात दो गुटों में आपसी विवाद हुआ जिसमे लातघूंसों के साथ ही लाठी डंडे भी चले. वारदात के बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ बालको थाना में अपराध दर्ज कराया है. एक पक्ष ने दीप नंदा उर्फ गुल्ली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिसके खिलाफ कलेक्टर कोरबा ने 2 दिन पहले जिला बदर किए जाने का आदेश जारी किया था.
ये है पूरा मामला : मामला दर्री डैम के पास का है. एक पक्ष द्वारा की गई शिकायत में कहा गया कि बीती रात अनिकेत रॉय, रितिक सिंह व यश शुक्ला घूमने गये थे. व्यू पॉइंट के पास वह अपनी कार में बैठे थे. इसी दौरान दो कार में लगभग 7 से 8 लोग सवार थे. जिनमें से एक युवक ने हाथ मारकर कार रोकने का इशारा किया. जिसके तुरंत बाद यश शुक्ला व उसके साथी ने गाड़ी रोक दिया. यश से हमारी पहचान है ऐसा कहकर उन लोगों ने बातचीत करने के लिए उसे अपने पास बुला लिया. बाकी हम सभी गाड़ी में ही बैठे हुए थे.
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गाड़ी से उतरकर करने लगे पिटाई : शुभम शुक्ला ने अपनी शिकायत में आगे बताया है कि यश के गाड़ी से उतरते ही, बाहर से गाली गलौज की आवाज आने लगी. जिसे सुनकर हम सभी नीचे उतरे. इतने में दीप नंदा उर्फ गुल्ली, मनोज मनहर, गुलशन यादव और गोलू डीजे चारों एक राय होकर यश शुक्ला को गाली देते हुए बांस के डंडा और बेस बॉल बैट से पीटने लगे. इतने में रितिक और अनिकेत रॉय को बीच बचाव कर यश शुक्ला को उठाकर किसी तरह हमने गाड़ी में बैठाया. घटना के बाद घायल यश शुक्ला को इलाज के लिए एनकेएच में भर्ती कराया .
2 दिन पहले ही दंडाधिकारी ने जारी किया था जिला बदर का आदेश : पीड़ित की शिकायत पर बालको पुलिस ने दीप नंदा उर्फ गुल्ली, मनोज मनहर, गुलशन यादव और गोलू डीजे के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है. बता दें कि 2 दिन पहले ही जिला दंडाधिकारी ने गुल्ली के खिलाफ जिला बदर का आदेश जारी किया था. जिसे कोरबा के साथ ही सीमावर्ती 7 जिलों से बाहर चले जाने का आदेश था. आदेश जारी करते ही इसके तत्काल पालन के भी निर्देश थे. बावजूद इसके बीती रात जिला बदर के आरोपी के द्वारा मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है.
कार्रवाई के बाद पुलिस कराती है तामील : कोरबा सीएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी ने बताया कि जिलाबदर की कार्यवाही आदेश के बाद पुलिस द्वारा इसकी तामीली करवाई जाती है. इसमें कई बार कुछ समय लग जाता है. यदि आदेश के बाद आरोपी और किसी घटना को अंजाम देता है, तो अतिरिक्त कार्रवाई भी की जाती है. इस मामले में भी टीआई से उचित संज्ञान लेकर ठोस कार्रवाई की जाएगी.