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शिक्षकों को साइकिल से मोहल्लों में भेजेंगे, माइक के जरिए होगी पढ़ाई: स्कूल शिक्षा मंत्री

गोधन न्याय योजना की शुरूआत करने पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने पढ़ाई तुंहर दुआर योजना की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन पढ़ाई भी होगी.

dr prem sayah singh tekam
प्रेमसाय सिंह टेकाम
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Published : Jul 21, 2020, 11:44 AM IST

Updated : Jul 21, 2020, 3:46 PM IST

कोरबा: गोधन न्याय योजना की शुरुआत करने प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जिले के दौरे पर थे. इस दौरान लॉकडाउन में पढ़ाई तुंहर दुआर योजना के तहत सरकार की ओर से शुरू की गई ऑनलाइन शिक्षा के बेहतर परिणाम नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने एक नई योजना के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद से शिक्षक टेंशन में हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री टेकाम ने कहा कि नए विकल्प और पढ़ाई के अन्य स्त्रोतों पर भी विचार किया जा रहा है. ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन पढ़ाई भी होगी. शिक्षकों को साइकिल से मोहल्लों में भेजेंगे, जहां बच्चों को इकट्ठा कर माइक के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी.

प्रेमसाय सिंह टेकाम, स्कूल शिक्षा मंत्री, छत्तीसगढ़

20 प्रतिशत तक हो रही है पढ़ाई

टेकाम ने मोबाइल फोन में नेटवर्क वाले सवाल पर कहा कि जहां नेटवर्क है कम से कम वहां तो ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है. कुछ भी पढ़ाई नहीं हो पाने से बेहतर है कि, कम से कम 20% पढ़ाई तो हो रही है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई के अन्य विकल्प और स्त्रोतों पर भी विचार किया जा रहा है. पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है, इसकी भरपाई कैसे हो उसका विकल्प खोजने के प्रयास जारी है.

पढ़ें- बस्तर: कोरोना काल में 'वरदान' बना कम्युनिटी रेडियो, बाहुल्य क्षेत्र के नौनिहाल हो रहे शिक्षित


स्कूल खोलने के लिए केंद्र सरकार लेगी फैसला
स्कूल खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, फिलहाल कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल कब से खुलेंगे यह कह पाना बिल्कुल भी संभव नहीं है. छत्तीसगढ़ के साथ ही पूरे देश में यह समस्या है. इसके लिए केंद्र सरकार से विस्तृत दिशा-निर्देश का इंतजार करना होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ही स्कूल खोलने के विषय में कोई फैसला लेगी. उन्होंने कहा कि कई स्कूल को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया हुआ है. जब तक वह इससे मुक्त नहीं हो जाते, सफाई नहीं हो जाती स्कूलों का सैनिटाइज नहीं हो जाता, तब तक स्कूल नहीं खोला जा सकता.

गड़बड़ी साबित हुई तो शिक्षा अधिकारी पर होगी कार्रवाई

जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि कहीं गड़बड़ी हुई है, तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. शिकायतों की जांच करेंगे और जांच में गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई होगी.

पढ़ें- बेमेतरा: पढ़ई तुंहर दुआर के तहत ऑनलाइन कक्षाएं शुरू, 3385 शिक्षक हुए प्रशिक्षित


बदहाल सकड़ों को सुधारने के लिए दिया गया फंड
सड़कों की समस्या को दूर करने के लिए खनिज न्यास से फंड दिया गया है. विभागीय मद से भी राशि आवंटित की गई है. उन्होंने कहा कि वे पाली होते हुए ही सड़क के जरिए कोरबा पहुंचे हैं. पाली की सड़क जो कि पहले चलने लायक नहीं थी, उसपर गड्ढे ही गड्ढे थे, वहां हालात अब पहले से बेहतर हैं और लगातार इसमें सुधार देखने को मिल रहा है.

कोरबा: गोधन न्याय योजना की शुरुआत करने प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जिले के दौरे पर थे. इस दौरान लॉकडाउन में पढ़ाई तुंहर दुआर योजना के तहत सरकार की ओर से शुरू की गई ऑनलाइन शिक्षा के बेहतर परिणाम नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने एक नई योजना के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद से शिक्षक टेंशन में हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री टेकाम ने कहा कि नए विकल्प और पढ़ाई के अन्य स्त्रोतों पर भी विचार किया जा रहा है. ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन पढ़ाई भी होगी. शिक्षकों को साइकिल से मोहल्लों में भेजेंगे, जहां बच्चों को इकट्ठा कर माइक के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी.

प्रेमसाय सिंह टेकाम, स्कूल शिक्षा मंत्री, छत्तीसगढ़

20 प्रतिशत तक हो रही है पढ़ाई

टेकाम ने मोबाइल फोन में नेटवर्क वाले सवाल पर कहा कि जहां नेटवर्क है कम से कम वहां तो ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है. कुछ भी पढ़ाई नहीं हो पाने से बेहतर है कि, कम से कम 20% पढ़ाई तो हो रही है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई के अन्य विकल्प और स्त्रोतों पर भी विचार किया जा रहा है. पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है, इसकी भरपाई कैसे हो उसका विकल्प खोजने के प्रयास जारी है.

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स्कूल खोलने के लिए केंद्र सरकार लेगी फैसला
स्कूल खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, फिलहाल कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल कब से खुलेंगे यह कह पाना बिल्कुल भी संभव नहीं है. छत्तीसगढ़ के साथ ही पूरे देश में यह समस्या है. इसके लिए केंद्र सरकार से विस्तृत दिशा-निर्देश का इंतजार करना होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ही स्कूल खोलने के विषय में कोई फैसला लेगी. उन्होंने कहा कि कई स्कूल को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया हुआ है. जब तक वह इससे मुक्त नहीं हो जाते, सफाई नहीं हो जाती स्कूलों का सैनिटाइज नहीं हो जाता, तब तक स्कूल नहीं खोला जा सकता.

गड़बड़ी साबित हुई तो शिक्षा अधिकारी पर होगी कार्रवाई

जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि कहीं गड़बड़ी हुई है, तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. शिकायतों की जांच करेंगे और जांच में गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई होगी.

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बदहाल सकड़ों को सुधारने के लिए दिया गया फंड
सड़कों की समस्या को दूर करने के लिए खनिज न्यास से फंड दिया गया है. विभागीय मद से भी राशि आवंटित की गई है. उन्होंने कहा कि वे पाली होते हुए ही सड़क के जरिए कोरबा पहुंचे हैं. पाली की सड़क जो कि पहले चलने लायक नहीं थी, उसपर गड्ढे ही गड्ढे थे, वहां हालात अब पहले से बेहतर हैं और लगातार इसमें सुधार देखने को मिल रहा है.

Last Updated : Jul 21, 2020, 3:46 PM IST
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