कोरबा: छत्तीसगढ़ की सियासत में घमासान मचा हुआ है. सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दोनो ही दिल्ली से लौट चुके हैं. दिल्ली गए विधायकों का भी घर लौटने का सिलसिला जारी है. ऐसे में है कोरबा जिले के पाली तानाखार से विधायक और जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष मोहित केरकेट्टा भी हाल ही में दिल्ली से लौटे हैं. ढाई ढाई साल के फॉर्मूले और प्रदेश में मचे सियासी घमासान पर उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि हाईकमान का जो भी निर्णय होगा उसमें हमारी सहमति होगी और सभी विधायकों की स्थिति भी ऐसी है.
सवाल- हाल ही में आप दिल्ली से लौटे हैं, क्या समीकरण बन रहे हैं?
जवाब- दिल्ली जाने का हमारा मुख्य कारण हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया जी से मिलना और भूतपूर्व अध्यक्ष राहुल जी से भेंट कर उन्हें छत्तीसगढ़ आने का आमंत्रण देना था. कोरोना काल में काफी लंबा समय बीत चुका है. राहुल जी छत्तीसगढ़ नहीं आए हैं. ऐसे में सभी विधायकों की इच्छा थी कि हम दिल्ली चलें और राहुल जी को छत्तीसगढ़ आने का न्योता दें. पुनिया जी के साथ बैठक में भी सभी ने कहा कि राहुल जी का दौरा कराइए.
सवाल- छत्तीसगढ़ की सियासत को लेकर किस तरह की चर्चाएं हुई?
जवाब- छत्तीसगढ़ में सियासत को लेकर भी चर्चा हुई है. हम सभी चाहते हैं कि प्रदेश में शांति बनी रहे. आपस में झगड़ा ना हो, कांग्रेस एक मजबूत पार्टी है, अच्छी सोच वाली पार्टी है. इसलिए हम सभी ने पुनिया जी से मिलकर अपील की है कि आपस की लड़ाई जल्द समाप्त हो, सरकार बेहतर ढंग से चले और बढ़िया से चले. ढाई ढाई साल के फॉर्मूले के बारे में हम विधायकों को कोई जानकारी नहीं है. यह उनके आपस की बात है. हम विधायकों को इसकी कोई भी जानकारी नहीं है.
सवाल- दिल्ली से लौटे टीएस सिंहदेव ने कहा कि विधायक हाईकमान के निर्णय में शामिल होंगे.
जवाब- निश्चित तौर पर हाईकमान का एक आधार होता है. पार्टी में जो निर्णय हाईकमान करता है, उसमें सबकी सहमति होती है. हाईकमान आदर्श है और वहीं से पार्टी का संचालन होता है. हम विधायक भी हाईकमान के निर्णय में शामिल रहेंगे. इसमें कोई दो मत वाली बात नहीं है.
सवाल- क्या विधायकों को बुलाया गया था, इतनी अधिक संख्या में विधायक एक साथ कैसे पहुंच गए ?
जवाब- सभी विधायकों का मन बना और एक दूसरे से उन्होंने पूछा कि हम दिल्ली जा रहे हैं साथ चलोगे क्या? ऐसा करते करते काफी सारे विधायक एकत्र हो गए. हालांकि हमें हाईकमान से कोई निर्देश नहीं था. कोई आदेश नहीं था कि हम दिल्ली जाएं. लेकिन सबने आपस में मिलकर चर्चा की और सभी की इच्छा थी कि वह दिल्ली जाएं और राहुल जी को भी न्योता दिया है. उन्होंने कहा है कि वो सबसे पहले बस्तर आएंगे और इस तरह से यह पूरा दौरा रहा. राहुल जी आएंगे तो पार्टी को मजबूती मिलेगी और जो भी प्रदेश में चहल-पहल हो रही है. उसका पटाक्षेप हो जाएगा पार्टी को इस से मजबूती मिलेगी.
सवाल- टीएस बाबा और सीएम भूपेश बघेल में से आपकी पसंद कौन हैं?
जवाब- इसका निर्णय है मैं कैसे कर सकता हूं, जोभी हाईकमान का आदेश होगा उसका हम पालन करेंगे. यह हाईकमान के ऊपर निर्भर करता है कि वह जिसे भी बना दें. हम भी कह रहे हैं और सीएम ने भी यह खुद कह दिया है कि हाईकमान जो भी निर्णय लेगा उस पर हम सहमत होंगे.
सवाल- प्रदेश में जो कुछ घट रहा है इससे आपको नहीं लगता कि कांग्रेस की किरकिरी हो रही है
जवाब- ऐसी कोई बात नहीं है कांग्रेस एक बड़ा परिवार है और जब परिवार बड़ा होता है तो कुछ लहरें आती जाती रहती हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता किरकिरी वाली कोई बात नहीं है. जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा.
सवाल- विपक्षियों का आरोप है कि जिस पार्टी के पास 90 में 70 सीटें हैं वहां भी सरकार अस्थिर है?
जवाब- विपक्ष के पास कोई मुद्दा बचा नहीं है, वह बेफिजूल की बयानबाजी करते हैं. सीएम भूपेश बघेल ने जनता से जो वादा किया था वह पूरा किया. धान का समर्थन मूल्य हो या फिर वह अन्य कोई वादे, सभी वादे पूरे हो चुके हैं. विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. वह सिर्फ शराब-शराब का हल्ला करते हैं और शराब बंदी भी जल्द होगी, धीरे-धीरे शराबबंदी की प्रक्रिया भी जारी है.
सवाल- ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले का पटाक्षेप हो गया या पिक्चर अभी बाकी है?
जवाब- हमारी मुलाकात पुनिया जी से हुई है और ढाई ढाई साल के फॉर्मूले पर हमारी उनसे कोई चर्चा नहीं हुई है.हमने उनसे यह जरूर कहा है कि जल्द ही इस मामले का समाधान निकलना चाहिए. ताकि विकास को गति मिले राहुल जी का दौरा जल्द से जल्द कराने की हम सभी विधायकों ने मांग की है.
सवाल-क्या राहुल जी के दौरे के बाद कोई परिवर्तन होगा?
जवाब- दौरे के बाद पार्टी को मजबूती जरूर मिलेगी, आप भले परिवर्तन कह लीजिए या कुछ और कह लीजिए, लेकिन राहुल जी के दौरे के बाद परिस्थितियां बदलेंगी.