कोरबा: कुसमुंडा थाना क्षेत्र के न्यू रेलवे कॉलोनी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब 9 लोग दम घुटने से बीमार हो गए. दम घुटने से बीमार सभी 9 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां कुछ को ऑक्सीजन की मदद से सांस दी जा रही है. दरअसल कुसमुंडा के रहने वाले निर्मला टांडी के घर क्रिसमस मनाने रिश्तेदार पहुंचे थे. परिवार के लोग सर्दी ज्यादा होने की वजह से घर में रोज कोयले का चूल्हा जलाकर सोते थे. हादसे के दिन भी सभी लोगों ने सोते समय कोयले का चूल्हा जलाया था. कमरा बंद होने की वजह से कोयले चूल्हे से निकली ताप ने घर के भीतर का ऑक्सीजन लेवल खत्म कर दिया. ऑक्सीजन लेवल खत्म होने और कार्बन डॉयआक्साइड बढ़ने से घर में सो रहे सभी 9 लोगों का दम घुटने लगा.
कॉलोनी में मची अफरा तफरी: दम घुटने से सो रहे लोग अचानक नींद से जाग गए. कॉलोनी में सो रहे लोगों को जगाने के लिए परिवार ने शोर मचाया जिसके बाद लोगों ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया. सभी 9 लोगों का इलाज कोरबा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. सभी लोगों को सांस लेेने में दिक्कत, सिर दर्द और आंखों में जलन की गंभीर शिकायत है. डॉक्टरों के मुताबिक सभी मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर है.
सर्दी में कोयले का चूल्हा जलाकर सोते हैं लोग: कोरबा के कुसमुंडा में कोयले का खदान है. कोयले का खदान होने के चलते कोयला आसानी से और सस्ते दर पर मिला जाता है. कोल फील्ड के आस पर रहने वाले लोग सर्दी के मौसम में कोयले का चूल्हा जलाकर सोते हैं. डॉक्टर भी लोगों को सतर्क करते हैं कि घर के भीतर कोयले का चूल्हा जलाकर नहीं सोएं. बंद कमरे में चूल्हा जलाकर सोने से कमरे के भीतर मौजूद ऑक्सीजन गर्मी से खत्म हो जाता है और चूल्हे से जो कार्बन डॉयआक्साइड निकती है वो दम घोंट देती है. सर्दी के मौसम में ज्यादातर लोग कोयले की सिगड़ी जलाकर बंद कमरे में सोते हैं जिससे ऐसे हादसे होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.