कोरबा: छ्त्तीसगढ़ में कोरोना के तेजी से बढ़ते आंकड़ों में अब कमी आने लगी है. कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. इस गंभीर बीमारी में जहां लोग डर से जीने की आस छोड़ देते हैं, वहीं सीएसईबी के एक युवक दीपक कुलदीप ने सिकलिंग, पीलिया और किडनी के अलावा खून की कमी जैसी समस्या होने के बाद भी 10 दिन के अंदर कोरोना की लड़ाई जीत ली और स्वस्थ होकर वापस घर लौट आया.
दीपक को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी कोरोना जांच की गई. कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद युवक को तत्काल NKH कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा था. दीपक कोई सामान्य मरीज नहीं था, बल्कि सिकलिंग (SCD) का मरीज था. उसका हीमोग्लोबिन 3.5 ग्राम ही रह गया था. इसके साथ ही वो किडनी और पीलिया जैसे बीमारी से भी जूझ रहा था. वेंटिलेटर पर उसका ऑक्सीजन लेवल मात्र 70 प्रतिशत ही रह गया था. ऐसे में डॉक्टरों को दीपक का कोरोना संबंधी इलाज भी बेहद जटिल मालूम पड़ रहा था.
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डॉक्टरों का जताया आभार
इतनी परेशानी होने के बावजूद जीने की आस और डॉक्टरों की कड़ी मेहनत के कारण दीपक इस महामारी को हराकर वापस घर लौटने में सफल रहा. स्वस्थ होकर लौटने के बाद
दीपक ने चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ के प्रति आभार जताया.
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परिवार में खुशी
दीपक के बड़े भाई पप्पू राम कुलदीप ने बताया कि वे लोग जब दीपक को अस्पताल लेकर आये थे, तब वह बेहोशी की हालत में था. उस समय उसकी हालत बेहद गंभीर थी, लेकिन डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई और उनका भाई दीपक स्वस्थ हो गया है. पप्पू ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के गंभीर मामलों में घबराएं नहीं. बस अपने डॉक्टर और खुद पर भोरासा रखें और धैर्य के साथ इस बीमारी को हराएं.