कोरबा: छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम पहली बार प्रभारी मंत्री के रूप में कोरबा पहुंचे. उन्होंने जिले के तमाम कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इसके साथ ही उन्होंने सोन चिरई, प्रबल और सुपोषित जननी जैसी योजना का शुभारंभ किया.
इस दौरान उन्होंने मीडिया के चर्चा में डीएमएफ घोटाले, शिक्षा विभाग में गड़बड़ी और सड़कों की बदहाली जैसे तमाम मुद्दों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने जिले में चल रहे अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को भाजपा सरकार की देन बताया. मंत्री ने कहा कि ढांचा पुराना है और रेत भी पुरानी है, लेकिन जल्द ही इस पर लगाम लगाई जाएगी. मंत्री ने कहा कि बरसात के बाद नया टेंडर मंगाया जाएगा, जिसके बाद अवैध रेत उत्खनन और परिवहन पर रोक लग जाएगा.
सड़क बनाने का काम कंपनियों का है
जिले में बदहाल सड़कों पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, जिले में मौजूद सभी संयंत्रों और उद्योगों को सड़क बनाने को कहा गया है. सभी भारी गाड़ियां उद्योगों की चलती है, जिसमें कोयला और अन्य माल लाया जाता है. इसलिए मरम्मत भी कंपनियों को ही करना होगा. उन्होंने कहा कि, सड़क की दशा नहीं सुधरने पर कंपनियों पर नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कोयला नहीं निकालने दिया जाएगा. ऐसी स्थिति में उद्योगों में बैठे जिम्मेदारों को सीएम के भी सामने पेश किया जाएगा.
पढ़ें-
जल्द होंगे रुके हुए काम
डीएमएफ से जुड़े मामलों में जांच में हो रही देरी पर मंत्री ने आचार संहिता लगने की बात कही. उन्होंने कहा कि चुनाव के चलते कई काम और कार्रवाई पर लगाम लग गई थी, जिस वजह से सरकार को ज्यादा काम करने का मौका नहीं मिल रहा था. उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी मामलों में जांच पूरी होगी. दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
पढ़ें- दंतेवाड़ा : पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 5-5 लाख के 2 इनामी नक्सली ढेर, एक महिला नक्सली गिरफ्तार
'जिसको अंडा खाना है खाए, जिसको नहीं खाना है न खाए'
मंत्री ने जिले में हुए परीक्षा में गड़बड़ी पर जानकारी नहीं होने की बात बताई. उन्होंने कहा कि इस विषय में उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन जब बात उन तक पहुंचेगी, तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने अंडों पर हो रही राजनीति पर भी सफाई दी और कहा कि मिड डे मील में जिसको अंडा खाना है खाए, जिसको नहीं खाना है न खाए. इसमें कोई भी हार्ड एंड फास्ट रूल नहीं है.