कोरबा: बायोमेट्रिक अटेंडेंस को लेकर स्थानीय रेलवे प्रशासन और लोको पायलट सहित रनिंग स्टॉफ में तनावपूर्ण माहौल रहा. कर्मचारियों का कहना है कि पूरे देश में बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर रोक है, लेकिन उन्हें इससे छूट नहीं मिला है. जिससे उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है. इधर, रेलवे प्रशासन के अफसरों की मानें तो उनके पास उच्च कार्यालय से इस विषय में कोई निर्देश नहीं मिले हैं.
मंगलवार शाम स्थानीय रेलवे प्रशासन और रेलवे के रनिंग स्टॉफ के बीच तनावपूर्ण जैसा माहौल रहा. बायोमेट्रिक अटेंडेंस को लेकर रनिंग स्टॉफ के सभी कर्मचारी धरने पर बैठ गए और ट्रेन बिना ड्राइवर स्टेशन पर खड़ी हो गई. इधर, माल गाड़ियों की भी लाइन लग गई. इसके बाद क्षेत्रीय रेल प्रबंधक मनीष अग्रवाल चेंबर से बाहर निकले और कर्मचारियों को समझाइश दी. इसके बाद मामला थोड़ा शांत हुआ.
तीन लोको पायलट सस्पेंड
हंगामें के बीच रेल प्रशासन ने लोको पायलट केएस राजपूत, ऋषि रंजन और सहायक लोको पायलट विजय राय को सस्पेंड कर दिया है. इस विषय में क्षेत्रीय रेल प्रबंधक मनीष अग्रवाल ने बताया कि जिन्हें सस्पेंड किया गया था, उन्हें वापस बहाल भी कर दिया गया है. हालांकि मामले में अभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. हालांकि प्रबंधक के समझाने के बाद सभी लोको पायलट और रनिंग स्टॉफ काम पर वापस लौट गए हैं.
आदेश के बाद भी नहीं मिल रही छूट
लोको पायलट यादवेश यादव ने बताया कि पूरे देश में कोरोना वायरस से भय का माहौल है. राज्य शासन ने भी बायोमेट्रिक अटेंडेंस नहीं लेने के आदेश जारी कर दिए हैं, लेकिन स्थानीय रेलवे प्रशासन से उन्हें यह छूट नहीं मिल रही है, जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा है.