कोरबा: सड़क हादसों को कम करने और यातायात नियमों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत की गई है. कलेक्टर अजीत वसंत और कोरबा एसपी जितेंद्र शुक्ला सहित पुलिस विभाग के अधिकारी और पुलिसकर्मी की मौजूदगी में जागरूकता रथ को भी रवाना किया गया. सड़क हादसों के लिहाज से कोरबा बेहद संवेदनशील है. सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान महीने भर कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को इस दिशा में जागरूक किया जाएगा. पुलिस का प्रयास है कि सड़क हादसों की संख्या में कमी लाई जाए.
जिले में हर साल लगभग 300 मौत : कोरबा जिला प्रदेश का पावर कैपिटल है. जिसके कारण कोयला के खदानों से कोल परिवहन और दूसरे कामों में लगभग 3000 हैवी व्हीकल जिले में हर रोज आना जाना करते हैं. कटघोरा-अंबिकापुर नेशनल हाईवे सड़क हादसों के लिए हॉटस्पॉट है. जिले में हर साल औसतन 300 से ज्यादा लोग सड़क हादसों में अपनी जान गांव देते हैं. सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों में ब्लैक स्पॉट और कई खामियों पर काम करने की कार्ययोजना बनाई जाती है. लेकिन उन पर अमल नहीं हो पात इसलिए सड़क हादसों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. लोग असमय अपनी जिंदगी गंवा देते हैं.
करना चाहिए यातायात नियमों का पालन : पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर के निर्देश पर एसपी की अगुवाई में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2024 का शुभारंभ गीतांजलि भवन पुराना बस स्टैंड कोरबा से किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत सहित नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रॉबिंसन गुड़िया की उपस्थिति में जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया गया.
इस दौरान एसपी और कलेक्टर ने बढ़ते सड़क दुर्घटनाओं पर गंभीरता व्यक्त की. यह भी कहा कि प्रत्येक नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने प्रेरित किया गया. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह में प्रतिदिन थानों व यातायात पुलिस द्वारा विधिक जागरूकता कार्यक्रम कर जिलेवासियों को यातायात के प्रति जागरूक किया जाएगा.