कोरबा: पुलिस ने क्राइम मीटिंग (Crime Meeting) में नए सिरे से बदमाशों की समीक्षा ( Crooks Review) क्या शुरू की ? इस नई सूची से कांग्रेस में खलबली मच गई है. पुलिस ने नए सिरे से जिले में लंबित अपराधों और लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले लोगों के नाम की सूची जारी की है. आपराधिक रिकॉर्ड (Criminal Record) के आधार पर नए लोगों के नामों को इस सूची में शामिल किया गया है. पुलिस की माने तो अपराधों पर नियंत्रण के लिए यह एक रूटीन प्रक्रिया है, ऐसे बदमाशों की हरकत में सुधार नहीं आने पर जिला बदर की कार्रवाई भी की जा सकती है. जबकि कांग्रेसियों का अभिमत इस मामले में बिल्कुल अलग है. गुंडा बदमाशों की सूची में जिला अध्यक्ष विकास सिंह का भी नाम शामिल है. अब जिले में कांग्रेसी और पुलिस आमने-सामने हैं.
कांग्रेसियों का साफ तौर पर कहना है कि, पुलिस कांग्रेसियों को चुन-चुन कर परेशान कर रही है. कांग्रेसी परेशान हैं कि कब किस मामले में पुलिस उन्हें फंसा दे. कांग्रेसियों ने बैठक में पुलिस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव तक पारित कर दिया.
परेड कराने के भी हैं निर्देश
गुंडा-बदमाशों की नई सूची जारी करने के पीछे पुलिस की मंशा अपराध नियंत्रण है. एसपी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गुंडा बदमाशों की नई लिस्ट तैयार कर उन्हें परेड के लिए थाने बुलाया जाए. उनकी निगरानी बढ़ाई जाए और लगातार उन पर शिकंजा कस कर रखा जाए, ताकि अपराधों को नियंत्रण में लाया जा सके. इस विषय में पुलिस महकमे ने बकायदा आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि, निगरानीशुदा गुंडा बदमाशों की कड़ी समीक्षा की जा रही है. आपराधिक रिकॉर्ड और उनके अपराधों में संलिप्तता की जांच होगी. अपराधों में कमी नहीं आई और गुंडे बदमाशों की हरकत में सुधार नहीं आने पर उन्हें जिला बदर कर दिया जाएगा.
गुंडा बदमाशों की सूची में हैं ये नाम
गुंडा बदमाशों की सूची में जिनके नाम जोड़े गए हैं उनमें, अंकित श्रीवास्तव, विकास सिंह, विशाल साहू और पंकज शर्मा शामिल हैं. जबिक कोतवाली क्षेत्र में शिवा बाग, ताता उर्फ अभय गोस्वामी के नाम शामिल हैं. दर्री में करण गिरी सहित 7 लोगों का नाम जुड़ा है. दूसरी सूची में कुसमुंडा थाना क्षेत्र के वीरेंद्र सिंह, सरफू उर्फ सिराज खान, विजय कुमार अग्रवाल, अरुण कुमार उर्फ दारा अग्रवाल, कादिर खान, जीवन दास, रामलाल उर्फ गंगा, लालबाबू यादव, संतोष कुमार, साहेबलाल राठौर, मोहम्मद इकबाल, भरत पटेल जैसे गुंडे बदमाशों के नाम को नई सूची में शामिल किया गया है. इस सूची में रेत माफिया से लेकर कांग्रेसी पदाधिकारियों के नाम भी शामिल हैं.