कोरबा: कोरबा जिला सर्पलोक बनता नजर आ रहा है. यहां आए दिन शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सांप निकलने के मामले सामने आते है. जिसको जिले के स्नेक टीम रेस्क्यू कर वापस जंगल में छोड़ती है. कोरबा में अलग-अलग प्रजातियों के सांपो का रेस्क्यू किया जा चुका है. जिसमें कई विलुप्त प्रजाति के सांपो को भी रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगलों में छोड़ा जा चुका है. जिले के लगातार सांपो के मिलने से यह बात तो साफ हो गई है कि कोरबा के जंगल सांपो के लिए अनुकूल है.
बुधवार को कोरबा के बताती गांव में एक किंग कोबरा देखा गया. जिसके बाद इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभग को दी. सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी स्नेक रेस्क्यू करने वाले जितेंद्र सारथी के साथ मौके पर पहुंचे. जिसके बाद टीम ने सांपा का रेस्क्यू किया. रेस्क्यू किया गया सांप किंग कोबरा प्रजाति का है. जिसकी लंबाई करीब 13 फुट बताई जा रही है. इस प्रजाति के सांप विशालकाय और जहरीले होते हैं. कोरबा में इसी प्रजाति का सांप पहले भी बताती के आसपास के इलाके में पाया जा चुका है.
लॉकडाउन के दूसरे दिन कोरबा की सड़कें वीरान
सांपों के संरक्षण के लिए उठाए जाएंगे कदम
कोरबा DFO प्रियंका पांडेय ने बताया कि इससे पहले भी जिले में किंग कोरबा प्रजाति के सांप मिले हैं. लेकिन इस साइज का सांप पहली बार देखा गया है. वन विभाग अब जल्द इन सांपों के संरक्षण के लिए कदम उठाने की सोच रहा है.
DFO ने टीम को दी बधाई
DFO ने स्नेक रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी और उसकी पूरी टीम को बधाई दी. साथ ही आगे भी ऐसे ही काम करते रहने को कहा. उन्होंने टीम के अच्छे काम की प्रशंसा की. रेस्क्यू टीम में टीम के सदस्य राजू बर्मन, मोंटू, सहीद और अनुज यादव रहे.