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कोरबा में जमीन फर्जीवाड़े का मामलाः धोखे में बेच दी अधिक जमीन, एसपी से मदद की गुहार - Korba tribal farmer land fraud

Case of land forgery in Korba: कोरबा में आदिवासी किसान के अनपढ़ होने का फायदा उठाकर उसकी 17 एकड़ जमीन को बेच दिया गया है. एसपी से पीड़ित ने मदद के लिए गुहार लगाई है.

Case of land forgery in Korba
कोरबा में जमीन फर्जीवाड़े का मामला
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Published : Jan 12, 2022, 11:18 PM IST

Updated : Jan 13, 2022, 11:01 AM IST

कोरबा: जिले के ग्राम जिल्गा बरपाली निवासी एक आदिवासी किसान के साथ जमीन फर्जीवाड़े का ( Korba tribal farmer land fraud) मामला सामने आया है. आदिवासी किसान सजन सिंह कंवर ने जमीन दलालों पर पटवारी के(Case of land forgery in Korba) साथ मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है. पीड़ित किसान का कहना है कि उसके अनपढ़ होने का फायदा उठाकर उसकी 17 एकड़ जमीन को बेच दिया गया है. पीड़ित ने मदद के लिए एसपी से गुहार भी लगाई (requesting help from SP Case of land forgery in Korba ) है.

कोरबा में जमीन फर्जीवाड़े का मामला

ये है पूरा मामला

गांव जिल्गा बरपाली निवासी सजन सिंह एक शिकायती पत्र लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा था. सजन सिंह ने एक शिकायत तहसीलदार कोरबा को भी दी है. सजन सिंह ने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि बरपाली में पटवारी हल्का क्रमांक 19 के अंतर्गत खसरा नंबर 36 में कुल 10 हेक्टेयर जमीन उसके नाम पर दर्ज है. जिसमें से उसने डेढ़ लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से सिर्फ 3 एकड़ जमीन का ही सौदा किया था. लेकिन इसके दाम भी उसे नहीं दिए हैं. जबकि अंधेरे में रखकर बड़े पैमाने पर 17 एकड़ जमीन हेम सिंह, धनीराम, संजय राठीया और दिग्विजय नाम के ऐसे लोगों को बेची गई है. सजन सिंह ने कुरमुरा निवासी गिरधर शर्मा पर पटवारी हल्का से मिलीभगत कर इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम देने का आरोप लगाया है. सजन ने यह भी बताया कि जब वह खेत में लगी अपनी फसल काटने पहुंचा, तब उसे पता चला कि इस जमीन का सौदा हो चुका है. तब उसके पैरों तले जमीन खिसक गई और उसने जानकारी एकत्र करना शुरू किया.

यह भी पढ़ेंः impact of news of ETV Bharat: फसल की कीमत पाने को किसान हो रहे थे वसूली के शिकार, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश

पैसे भी नहीं मिले

सजन सिंह ने बताया कि उसने 3 एकड़ जमीन का सौदा कुल 4,50000 रुपये में तय किया था. उसके पैसे भी जमीन दलालों ने उसे नहीं दिए हैं. धोखे से कई स्थानों पर दस्तखत करवा लिया. इसके बदले में उसे बैंक से कुछ कागज उसके पते पर प्रेषित किए गए हैं.

जांच के बाद ही कार्रवाई

इस संबंध में पुलिस से जानकारी लेने पर कहा गया कि यह मामला राजस्व से संबंधित है, इसलिए पहले इसकी जांच करनी होगी. जिसके बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है.

कोरबा: जिले के ग्राम जिल्गा बरपाली निवासी एक आदिवासी किसान के साथ जमीन फर्जीवाड़े का ( Korba tribal farmer land fraud) मामला सामने आया है. आदिवासी किसान सजन सिंह कंवर ने जमीन दलालों पर पटवारी के(Case of land forgery in Korba) साथ मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है. पीड़ित किसान का कहना है कि उसके अनपढ़ होने का फायदा उठाकर उसकी 17 एकड़ जमीन को बेच दिया गया है. पीड़ित ने मदद के लिए एसपी से गुहार भी लगाई (requesting help from SP Case of land forgery in Korba ) है.

कोरबा में जमीन फर्जीवाड़े का मामला

ये है पूरा मामला

गांव जिल्गा बरपाली निवासी सजन सिंह एक शिकायती पत्र लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा था. सजन सिंह ने एक शिकायत तहसीलदार कोरबा को भी दी है. सजन सिंह ने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि बरपाली में पटवारी हल्का क्रमांक 19 के अंतर्गत खसरा नंबर 36 में कुल 10 हेक्टेयर जमीन उसके नाम पर दर्ज है. जिसमें से उसने डेढ़ लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से सिर्फ 3 एकड़ जमीन का ही सौदा किया था. लेकिन इसके दाम भी उसे नहीं दिए हैं. जबकि अंधेरे में रखकर बड़े पैमाने पर 17 एकड़ जमीन हेम सिंह, धनीराम, संजय राठीया और दिग्विजय नाम के ऐसे लोगों को बेची गई है. सजन सिंह ने कुरमुरा निवासी गिरधर शर्मा पर पटवारी हल्का से मिलीभगत कर इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम देने का आरोप लगाया है. सजन ने यह भी बताया कि जब वह खेत में लगी अपनी फसल काटने पहुंचा, तब उसे पता चला कि इस जमीन का सौदा हो चुका है. तब उसके पैरों तले जमीन खिसक गई और उसने जानकारी एकत्र करना शुरू किया.

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पैसे भी नहीं मिले

सजन सिंह ने बताया कि उसने 3 एकड़ जमीन का सौदा कुल 4,50000 रुपये में तय किया था. उसके पैसे भी जमीन दलालों ने उसे नहीं दिए हैं. धोखे से कई स्थानों पर दस्तखत करवा लिया. इसके बदले में उसे बैंक से कुछ कागज उसके पते पर प्रेषित किए गए हैं.

जांच के बाद ही कार्रवाई

इस संबंध में पुलिस से जानकारी लेने पर कहा गया कि यह मामला राजस्व से संबंधित है, इसलिए पहले इसकी जांच करनी होगी. जिसके बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है.

Last Updated : Jan 13, 2022, 11:01 AM IST
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