कोरबा: कटघोरा विधानसभा के रंजना गांव में भेंट मुलाकात कार्यक्रम में सीएम के सामने अनियमितता की शिकायत करना जांजगीर चांपा के मुकेश लहरे को महंगा पड़ गया. मुकेश ने किसी तरह भेंट मुलाकात कार्यक्रम में शामिल होकर माइक लेकर सीएम भूपेश बघेल से जमीन अधिग्रहण और किसानों को मूल्य से कम मुआवजा मिलने की बात कह डाली. युवक ने किसानों के साथ अन्याय की बात कही. सीएम ने मंच से संज्ञान लेने का भरोसा दिलाया. लेकिन इसके तुरंत बाद चार से पांच सुरक्षाकर्मी मुकेश के पास पहुंचे और उसे लगभग घसीटते हुए बाहर ले गए. मुलाकात स्थल पर हुआ यह पूरा वाक्य कैमरे में कैद हो गया.
युवक ने इस तरह खड़े किए थे व्यवस्था पर सवाल: रंजना में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में सीएम एक एक कर लोगों से बात कर रहे थे. मुकेश ने कहा कि "मैं जांजगीर-चांपा जिले से आया हूं और हमारे गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. लेकिन जिस किसान को इसके बदले में 50 लाख रुपए मिलना चाहिए था, उसे केवल 5 लाख ही मिला है. नियम विरुद्ध और गलत तरीके से साढ़े 3 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. गलत रिपोर्ट केंद्र सरकार को दी गई है. जिसके कारण कम मुआवजा मिल रहा है, जिससे किसानों के साथ अन्याय हो रहा है."
जांजगीर में भी मिलने का किया था प्रयास: मुकेश ने कहा कि "मैंने जांजगीर-चांपा में भी मिलने का प्रयास किया था. लेकिन मेरे पीछे पुलिस पड़ी हुई थी 11 पुलिसकर्मी मेरे घर भेज दिए गए. किसी तरह से घर की छत से कूदकर भागा और मामा के घर पहुंचा तो वहां भी मेरे पीछे पुलिस वाले भेज दिये गए".
सभा से घसीटते हुए ले जाने का बन गया वीडियो : सवाल पूछने के बाद सभा स्थल पर युवक के पास सिविल ड्रेस पहने हुए 4 से 5 सुरक्षाकर्मी पहुंचे और उसे घसीटते हुए भेंट मुलाकात कार्यक्रम के समय स्थल से बाहर ले गए. इस पूरे घटना का वीडियो कैमरे में कैद हो गया, जिसमे युवक सुरक्षाकर्मियों से कह रहा है कि मुझे आप जहां भी ले जाना चाहें मैं चलने को तैयार हूं, जबरदस्ती क्यों कर रहे हो. लेकिन सुरक्षाकर्मी उसका कॉलर पकड़कर खींचते हुए बाहर ले गए और इसके बाद एक चार पहिया वाहन में उसे बिठाया गया.
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क्रांति सेना ने भी फेसबुक पर जारी किया है वीडियो : सीएम से नहीं मिलने दिए जाने के संबंध में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारी दिलीप मेरी ने भी फेसबुक पर अपना एक वीडियो और पोस्ट जारी किया है. इसमें बताया है कि "सीएम के रंजना आने के 1 दिन पहले क्रांति सेना ने सीएम से मिलकर स्थानीय मुद्दों की शिकायत करने की बात कही थी. इसकी जानकारी सोशल मीडिया में वायरल की थी. इसके बाद से ही पुलिस हमारे पीछे पड़ी हुई है. हमारे जिला अध्यक्ष अतुल दास महंत को पुलिस ने पकड़ लिया है. अन्य पदाधिकारियों को भी पकड़कर थाने में बैठा दिया गया है. यह लोकतंत्र में आपातकाल जैसा है".
एक महिला को भी नहीं दिया गया सीएम से मिलने : इसी तरह जिले के एक विवादित पुलिसकर्मी की शिकायत करने इंदु चंद्रा नामक एक महिला लाफा में भी सीएम से मिलने पहुंची थी. लेकिन उसे भी सीएम से मिलने नहीं दिया गया.
एक साथ कई लोगों से मिलना संभव नहीं : रंजना के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में सीएम से जब सवाल पूछा गया कि लोगों को आप तक पहुंचने से रोका जा रहा है. तब उन्होंने कहा कि "लोग हजारों की तादाद में आ रहे हैं. सभी से एक साथ मुलाकात करना संभव नहीं है. बहुत लोगों ने बात की. एक महिला यदि बात करती है तो वह पूरे महिला वर्ग की बात करती है."