कोरबा : भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ की ओर से कमर्शियल माइनिंग के विरोध में एसईसीएल कोरबा एरिया में धरना प्रदर्शन करने का एलान किया गया था, इस धरना प्रदर्शन को अनुमति नहीं मिली, जिसे देखते हुए संघ का एकमात्र कार्यकर्ता मिथिलेश दुबे ने महाप्रबंधक कार्यालय के सामने धरना दिया.
केंद्र सरकार ने कमर्शियल माइनिंग संशोधन एक्ट में सुधार किया है, इस नए प्रावधान के तहत सार्वजनिक उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड का कोयला दोहन कार्य में एकाधिकार को खत्म करने की बात कही जा रही है. केंद्र सरकार निजी कंपनियों को भी कोयला ब्लॉक आवंटित कर रही है, इसके विरोध में बीएमएस से संबद्ध भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ ने आज देशव्यापी धरना प्रदर्शन किया.
अकेले उठाया विरोध का झंडा
एसईसीएल कोरबा एरिया स्थित महाप्रबंधक कार्यालय के सामने बीएमएस के आंदोलन को कोरोना वायरस के मद्देनजर अनुमति नहीं दी गई, जिसे देखते हुए संघ के एकमात्र पदाधिकारी मिथिलेश दुबे ने अकेले ही कमर्शियल माइनिंग के विरोध में झंडा उठाया और धरने में शामिल हुए.
आपको बता दें कि कोल खदानों में कर्मशियल माइनिंग के फैसले का विरोध हो रहा है. इस मसले पर तमाम मजदूर यूनियन मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद हैं.