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नगर सरकार: बहुमत से दूर पार्टियों ने शुरू की जोड़-तोड़ की राजनीति

कोरबा नगर निगम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिली है. जिसके कारण सभी पार्टियां स्थानीय प्रशासन में अपना दावापेश करने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति में लगे हुए हैं.

Korba Municipal Corporation
कोरबा नगर निगम
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Published : Dec 27, 2019, 7:35 AM IST

Updated : Dec 27, 2019, 7:57 AM IST

कोरबाः नगर निगम में महापौर पद के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो चुकी है. गुरुवार को राजस्व मंत्री के साथ 3 निर्दलीय पार्षदों के कांग्रेस प्रवेश कर लेने वाली तस्वीर सामने आई. इधर जनता कांग्रेस, बसपा और माकपा एकजुट हो रहे हैं. वहीं बीजेपी अपने पार्षदों में बिखराव की संभावना को भांपते हुए है, सभी पार्षदों को बनारस भेज दिया है. कांग्रेस के दावे के मुताबिक तीन निर्दलीय प्रत्याशियों के शामिल होने के बाद पार्षदों की संख्या 29 हो गई है.

कोरबा नगर निगम

कोरबा नगर निगम में कुल 67 सीट है, जहां बहुमत का आंकड़ा 34 है, लेकिन इस निकाय चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी को 31 सीट, कांग्रेस को 26 सीट, जेसीसीजे और माकपा की झोली में 2-2 सीटें आई है. 1 सीट पर बसपा ने कब्जा जमाया है. निकाय चुनाव जीतने वाले बाकी 5 प्रत्याशी निर्दलीय हैं. जिन पर दोनों ही पार्टी की नजर जमी हुई है.

जनता कांग्रेस का दावा छोटे दल हुए एकजुट
जनता कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दीप नारायण सोनी का दावा किया है कि जनता कांग्रेस, बसपा और माकपा के 5 पार्षद एकजुट हो चुके हैं. जल्द ही वह अपना एजेंडा स्पष्ट करेंगे और उनके कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को जो दल अपनी सहमति देगा, उसे समर्थन देंगे. सभापति के पद पर भी समझौता हो सकता है. उन्होंने कहा कि दोनों दल निर्दलीय और छोटे दलों के पार्षदों की खरीद-फरोख्त का प्रयास कर रहे हैं. पार्षदों को प्रलोभन दिया जा रहा है.

बसपा ने भी नहीं खोले हैं पत्ते
बसपा ने फिलहाल अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. चुनाव जीतने वाले जिला अध्यक्ष ने कहा है कि फिलहाल किसी भी दल के साथ जाने पर सहमति नहीं बनी है. वहीं माकपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उनकी विचारधारा भाजपा से मेल नहीं खाती.

भाजपा ने पार्षदों को भेजा बनारस
जपा ने अपने सभी 31 निर्वाचित पार्षदों को बेहद गोपनीय तौर पर बनारस रवाना कर दिया है. जानकारी के अनुसार एक निर्दलीय पार्षद भी साथ हैं. प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने को कोरबा के पार्षदों को एकजुट कर बिखराव न होने देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

यह पार्षद तय करेंगे कोरबा की स्थानीय प्रशासनः

  • धनसाय साहू वार्ड क्रमांक 15 से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रत्याशी हैं, जो 24 वोट से जीत कर पार्षद निर्वाचित हो चुके हैं.
  • अधिवक्ता अब्दुल रहमान वार्ड क्रमांक 23 से लगातार दूसरी बार निर्दलीय पार्षद के तौर पर विजेता रहे. अब्दुल ने 119 वोट से जीत दर्ज की है
  • आशा जायसवाल ने वार्ड क्रमांक 24 से बीजेपी के सिटिंग पार्षद दिनेश वैष्णव की पत्नी वर्षा वैष्णव को हरा दिया है. इसी वार्ड से कांग्रेस की मेयर पद की दावेदार कुसुम द्विवेदी भी मैदान में थी. इन दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों को निर्दलीय आशा जसवाल ने हरा दिया है. आशा ने 95 वोट से जीत दर्ज की है.
  • फूलचंद सोनवानी बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं. जिन्होंने वार्ड क्रमांक 30 से 388 वोटों से जीत दर्ज की है.
  • पुष्पा सोनी को टिकट नहीं मिलने की वजह से वह कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरी थी. वार्ड क्रमांक 34 से पुष्पा सोनी 604 मतों के जीत हासिल की है. पुष्पा के पति देवी दयाल सोनी के कांग्रेस में शामिल हो जाने की खबर है. इनकी तस्वीर राजस्व मंत्री के साथ जारी की गई है.
  • कृपा राम साहू वार्ड क्रमांक 46 से लगातार दूसरी बार निर्दलीय पार्षद बने हैं. पिछले 5 साल के मध्य में उनका झुकाव कांग्रेस की तरफ था. लेकिन इस बार भी वह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे और 425 वोट के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को हराया है. कृपाराम भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं देर शाम इनकी भी तस्वीर राजस्व मंत्री के साथ जारी हुआ है.
  • पदमा साहू जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की दूसरी पार्षद हैं. पदमा वार्ड क्रमांक 56 से 113 मतों से विजयी रही हैं. संभावना यही है कि जनता कांग्रेस जिसे अपना समर्थन देगी पदमा भी उसी ओर अपना रुख करेंगी.
  • सुरती कुलदीप जिले के वरिष्ठ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सपूरण कुलदीप की बेटी है और वार्ड क्रमांक 57 से 444 वोट के अंतर से जीती हैं.
  • राजकुमारी कंवर माकपा की दूसरी प्रत्याशी हैं. जिन्होंने वार्ड क्रमांक 63 से 292 मतों के अंतर से जीत हासिल की है. माकपा लगातार पश्चिम क्षेत्र के जमीनी मुद्दों को उठाता रहा है. जिसका फायदा उन्हें इस चुनाव में मिला है.
  • पवन गुप्ता नगर पालिक निगम कोरबा के पश्चिम क्षेत्र से आते हैं. जिन्होंने अंतिम छोर में स्थित वार्ड क्रमांक 64 से निर्दलीय के तौर पर यह चुनाव जीता है. पवन 90 वोट के अंतर से विजयी रहे हैं. पवन ही वह तीसरे पार्षद है जिनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर है. इनकी भी तस्वीर राजस्व मंत्री बने पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस ने जारी की है.

कोरबाः नगर निगम में महापौर पद के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो चुकी है. गुरुवार को राजस्व मंत्री के साथ 3 निर्दलीय पार्षदों के कांग्रेस प्रवेश कर लेने वाली तस्वीर सामने आई. इधर जनता कांग्रेस, बसपा और माकपा एकजुट हो रहे हैं. वहीं बीजेपी अपने पार्षदों में बिखराव की संभावना को भांपते हुए है, सभी पार्षदों को बनारस भेज दिया है. कांग्रेस के दावे के मुताबिक तीन निर्दलीय प्रत्याशियों के शामिल होने के बाद पार्षदों की संख्या 29 हो गई है.

कोरबा नगर निगम

कोरबा नगर निगम में कुल 67 सीट है, जहां बहुमत का आंकड़ा 34 है, लेकिन इस निकाय चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी को 31 सीट, कांग्रेस को 26 सीट, जेसीसीजे और माकपा की झोली में 2-2 सीटें आई है. 1 सीट पर बसपा ने कब्जा जमाया है. निकाय चुनाव जीतने वाले बाकी 5 प्रत्याशी निर्दलीय हैं. जिन पर दोनों ही पार्टी की नजर जमी हुई है.

जनता कांग्रेस का दावा छोटे दल हुए एकजुट
जनता कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दीप नारायण सोनी का दावा किया है कि जनता कांग्रेस, बसपा और माकपा के 5 पार्षद एकजुट हो चुके हैं. जल्द ही वह अपना एजेंडा स्पष्ट करेंगे और उनके कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को जो दल अपनी सहमति देगा, उसे समर्थन देंगे. सभापति के पद पर भी समझौता हो सकता है. उन्होंने कहा कि दोनों दल निर्दलीय और छोटे दलों के पार्षदों की खरीद-फरोख्त का प्रयास कर रहे हैं. पार्षदों को प्रलोभन दिया जा रहा है.

बसपा ने भी नहीं खोले हैं पत्ते
बसपा ने फिलहाल अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. चुनाव जीतने वाले जिला अध्यक्ष ने कहा है कि फिलहाल किसी भी दल के साथ जाने पर सहमति नहीं बनी है. वहीं माकपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उनकी विचारधारा भाजपा से मेल नहीं खाती.

भाजपा ने पार्षदों को भेजा बनारस
जपा ने अपने सभी 31 निर्वाचित पार्षदों को बेहद गोपनीय तौर पर बनारस रवाना कर दिया है. जानकारी के अनुसार एक निर्दलीय पार्षद भी साथ हैं. प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने को कोरबा के पार्षदों को एकजुट कर बिखराव न होने देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

यह पार्षद तय करेंगे कोरबा की स्थानीय प्रशासनः

  • धनसाय साहू वार्ड क्रमांक 15 से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रत्याशी हैं, जो 24 वोट से जीत कर पार्षद निर्वाचित हो चुके हैं.
  • अधिवक्ता अब्दुल रहमान वार्ड क्रमांक 23 से लगातार दूसरी बार निर्दलीय पार्षद के तौर पर विजेता रहे. अब्दुल ने 119 वोट से जीत दर्ज की है
  • आशा जायसवाल ने वार्ड क्रमांक 24 से बीजेपी के सिटिंग पार्षद दिनेश वैष्णव की पत्नी वर्षा वैष्णव को हरा दिया है. इसी वार्ड से कांग्रेस की मेयर पद की दावेदार कुसुम द्विवेदी भी मैदान में थी. इन दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों को निर्दलीय आशा जसवाल ने हरा दिया है. आशा ने 95 वोट से जीत दर्ज की है.
  • फूलचंद सोनवानी बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं. जिन्होंने वार्ड क्रमांक 30 से 388 वोटों से जीत दर्ज की है.
  • पुष्पा सोनी को टिकट नहीं मिलने की वजह से वह कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरी थी. वार्ड क्रमांक 34 से पुष्पा सोनी 604 मतों के जीत हासिल की है. पुष्पा के पति देवी दयाल सोनी के कांग्रेस में शामिल हो जाने की खबर है. इनकी तस्वीर राजस्व मंत्री के साथ जारी की गई है.
  • कृपा राम साहू वार्ड क्रमांक 46 से लगातार दूसरी बार निर्दलीय पार्षद बने हैं. पिछले 5 साल के मध्य में उनका झुकाव कांग्रेस की तरफ था. लेकिन इस बार भी वह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे और 425 वोट के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को हराया है. कृपाराम भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं देर शाम इनकी भी तस्वीर राजस्व मंत्री के साथ जारी हुआ है.
  • पदमा साहू जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की दूसरी पार्षद हैं. पदमा वार्ड क्रमांक 56 से 113 मतों से विजयी रही हैं. संभावना यही है कि जनता कांग्रेस जिसे अपना समर्थन देगी पदमा भी उसी ओर अपना रुख करेंगी.
  • सुरती कुलदीप जिले के वरिष्ठ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सपूरण कुलदीप की बेटी है और वार्ड क्रमांक 57 से 444 वोट के अंतर से जीती हैं.
  • राजकुमारी कंवर माकपा की दूसरी प्रत्याशी हैं. जिन्होंने वार्ड क्रमांक 63 से 292 मतों के अंतर से जीत हासिल की है. माकपा लगातार पश्चिम क्षेत्र के जमीनी मुद्दों को उठाता रहा है. जिसका फायदा उन्हें इस चुनाव में मिला है.
  • पवन गुप्ता नगर पालिक निगम कोरबा के पश्चिम क्षेत्र से आते हैं. जिन्होंने अंतिम छोर में स्थित वार्ड क्रमांक 64 से निर्दलीय के तौर पर यह चुनाव जीता है. पवन 90 वोट के अंतर से विजयी रहे हैं. पवन ही वह तीसरे पार्षद है जिनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर है. इनकी भी तस्वीर राजस्व मंत्री बने पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस ने जारी की है.
Intro:कोरबा। नगर निगम में महापौर पद के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो चुकी है। गुरुवार को राजस्व मंत्री के साथ 3 निर्दलीय पार्षदों के कांग्रेस प्रवेश कर लेने वाली तस्वीर सामने आई। इधर जनता कांग्रेस, बसपा और माकपा जैसे छोटे दल एकजुट हो रहे हैं। जबकि अपने पार्षदों में बिखराव की संभावना को भांपते हुए भाजपा ने अपने सभी पार्षदों को बनारस भेज दिया है। कांग्रेसी दावे को सच माने तो तीन पार्षदों के कांग्रेश प्रवेश के बाद अब कांग्रेश पार्षदों की संख्या 29 हो गई है।


Body:मौजूदा निकाय चुनाव में नगर पालिक निगम कोरबा में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। 67 सीटों वाले नगर निगम कोरबा में बहुमत का आंकड़ा 34 है।
लेकिन भाजपा या कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों को बहुमत नहीं मिला। अंतिम परिणाम के मुताबिक भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जिसे कुल 31 सीटें मिली हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस है, जिसके 26 पार्षद जीते हैं। जबकि जनता कांग्रेस और माकपा के 2-2 पार्षदों ने जीत हासिल की है। 1 सीट पर बसपा ने कब्जा जमाया है। जबकि शेष 5 चुनाव जीतने वाले पार्षद विशुद्ध तौर पर निर्दलीय हैं। जिनपर सभी की नजरें जमी हुई है छोटे दल और निर्दलीय के बिना दोनों पार्टियां नगर निगम में अपना महापौर और सभापति नहीं बना सकते हैं।

जनता कांग्रेस का दावा छोटे दल हुए एकजुट
जनता कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दीप नारायण सोनी का दावा किया है कि जनता कांग्रेस, बसपा और माकपा के 5 पार्षद एकजुट हो चुके हैं। जल्द ही वह अपना एजेंडा स्पष्ट करेंगे और उनके कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को जो दल अपनी सहमति देगा। उसे वह समर्थन देंगे सभापति के पद पर भी समझौता हो सकता है। जिलाध्यक्ष सोनी ने यह भी कहा कि दोनों दल निर्दलीय व छोटे दलों के पार्षदों की खरीद-फरोख्त का प्रयास कर रहे हैं। पार्षदों को प्रलोभन दिया जा रहा है।

बसपा ने भी नहीं खोले हैं पत्ते
बसपा ने फिलहाल अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है चुनाव जीतने वाले जिला अध्यक्ष ने कहा है कि फिलहाल किसी भी दल के साथ जाने पर सहमति नहीं बनी है जबकि माकपा ने पहले कर दिया है कि उनकी विचारधारा भाजपा से मेल नहीं खाती।

भाजपा ने पार्षदों को भेजा बनारस
बेहद गोपनीय तौर पर भाजपा ने अपने सभी 31 निर्वाचित पार्षदों को बनारस रवाना कर दिया है। खबर यह भी है कि एक निर्दलीय पार्षद इनके साथ है। सूत्रों के अनुसार प्रदेश प्रवक्ता व व नेता सच्चिदानंद उपासने को कोरबा के पार्षदों को एकजुट कर बिखराव ना होने देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।


Conclusion:यह निर्दलीय ही तय करेंगे वहां पर का भाग गया

1. धनसाय साहू
धनसाय वार्ड क्रमांक 15 से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रत्याशी हैं। जो महज 24 वोट से जीत कर पार्षद निर्वाचित हो चुके हैं। यहां से कांग्रेस ने अपने सिटिंग पार्षद मनक राम को मैदान में उतारा था। जबकि भाजपा ने एक हारे हुए प्रत्याशी के करीबी हारभाई को टिकट दिया था। अपने स्वच्छ छवि के दम पर जीत हासिल की है।

2. अब्दुल रहमान
अधिवक्ता अब्दुल रहमान वार्ड क्रमांक 23 से लगातार दूसरी बार निर्दलीय पार्षद के तौर पर विजेता रहे। निर्दलीय होने के बावजूद भी अब्दुल ने वार्ड में काम करवाया अब्दुल ने 119 वोट से जीत दर्ज की है।

3. आशा जायसवाल
आशा ने वार्ड क्रमांक 24 से बीजेपी के सिटिंग पार्षद दिनेश वैष्णव की पत्नी वर्षा वैष्णव को हरा दिया है। इसी वार्ड से कांग्रेस की मेयर पद की दावेदार कुसुम द्विवेदी भी मैदान में थी। इन दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों को निर्दलीय आशा जसवाल ने हरा दिया है। आशा ने 95 वोट से जीत दर्ज की है।

4. फूलचंद सोनवानी
फूलचंद सोनवानी बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं। जिन्होंने वार्ड क्रमांक 30 से 388 वोटों से जीत दर्ज की है। देखना दिलचस्प होगा कि वह किसे समर्थन देते हैं।

5. पुष्पा सोनी
पुष्पा सोनी कांग्रेसी नेता देवीदयाल सोनी की पत्नी हैं। टिकट नहीं मिलने की वजह से वह कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरी थी। वार्ड क्रमांक 34 से पुष्पा सोनी 604 मतों के भारी भरकम मतों से निर्दलीय पार्षद निर्वाचित हो चुकी है। पुष्पा के पति देवी दयाल सोनी के कांग्रेस में शामिल हो जाने की खबर है। इनकी तस्वीर राजस्व मंत्री के साथ जारी की गई है।

6. कृपा राम साहू
कृपा वार्ड क्रमांक 46 से लगातार दूसरी बार निर्दलीय पार्षद बने हैं। पिछले 5 साल के मध्य में उनका झुकाव कांग्रेस की तरफ था। लेकिन इस बार भी वह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे और 425 वोट के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को हराया है। कृपाराम भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं देर शाम इनकी भी तस्वीर राजस्व मंत्री के साथ जारी हुई।

7. पदमा साहू
पदमा साहू जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की दूसरी प्रत्याशी हैं। जो पार्षद निर्वाचित हुई हैं। पदमा वार्ड क्रमांक 56 से 113 मतों से विजयी रही हैं। संभावना यही है कि जनता कांग्रेस जिसे अपना समर्थन देगी पदमा भी उसी ओर अपना रुख करेंगी।

8. सुरती कुलदीप
सुरती जिले के वरिष्ठ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सपूरण कुलदीप की पुत्री हैं। जोकि वार्ड क्रमांक 57 से 444 वोट के अंतर से जीती हैं। सुरती नगर निगम के पश्चिम क्षेत्र से आती हैं। जहां भू विस्थापितों के मुद्दे को माकपा ने जोर-शोर से उठाया था।

9. राजकुमारी कंवर
राजकुमारी माकपा की दूसरी प्रत्याशी हैं, जो नगर पालिक निगम कोरबा के चुनाव में विजयी रहीं हैं। जिन्होंने वार्ड क्रमांक 63 से 292 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। माकपा लगातार पश्चिम क्षेत्र के जमीनी मुद्दों को उठाता रहा है। जिसका फायदा उन्हें इस चुनाव में मिला है।

10. पवन गुप्ता
पवन नगर पालिक निगम कोरबा के पश्चिम क्षेत्र से आते हैं। जिन्होंने अंतिम छोर में स्थित वार्ड क्रमांक 64 से निर्दलीय के तौर पर यह चुनाव जीता है। पवन 90 वोट के अंतर से विजयी रहे हैं। पवन ही वह तीसरे पार्षद है जिनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर है, इनकी भी तस्वीर दे श्याम राजस्व मंत्री बने पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस ने जारी की है

बाइट।
दीप नारायण सोनी, जिलाध्यक्ष, जनता कांग्रेस पीले रंग के शर्ट पहने हुए
फूलचंद सोनवानी, जिलाध्यक्ष व पार्षद बसपा नीले रंग की हाफ जैकेट पहने हुए
Last Updated : Dec 27, 2019, 7:57 AM IST
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