कोरबा: बेमौसम बारिश से पाली के धान खरीदी केंद्रों में जमीन गीली होने के कारण धान का तौल करने में समिति प्रबंधकों और हमालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बीते दो महीनों में मौसम में बदलाव होने से हुई बारिश से जहां धान बिकने की समस्या खड़ी हुई है. वहीं पर्याप्त संसाधन नहीं होने से धान तो भीग रहे हैं. कुछ समितियों में जहां चबूतरे हैं वहां की स्थिति कुछ ठीक है, लेकिन जहां चबूतरे नहीं है वहां तिरपाल का ही सहारा है. इन सबके अलावा और कई समस्या समिति प्रबंधकों और हमालों के सामने आई हैं.
धान में नमी आने की संभावना
बारिश से जमीन गीली होने के कारण धान का ढेर बनाने में नमी आने और बारदाने के गीले होने की भी संभावना है. बारिश की वजह से धान खरीदी में लगे मजदूर भी काम नहीं कर पा रहे हैं. साथ ही बारिश की वजह से किसान भी अपने धान खरीदी केंद्रों में नहीं ला रहे हैं, जिसकी वजह से धान खरीदी केंद्रों में टोकन कटने के बाद भी शनिवार को कोई किसान नहीं पंहुचे.
चैतमा में हो रहा नियमित उठाव
चैतमा के धान खरीदी केंद्र में बारिश के बावजूद भी किसान अपना धान लेकर पहुंच रहे हैं. चैतमा में धान का उठाव नियमित रूप से चल रहा है. धान का नियमित उठाव होने से और गोदाम में जगह होने से बारिश में भी किसान धान लेकर पंहुच रहे हैं. प्रबंधक ने बताया कि हमारे केंद्र में बराबर धान का उठाव होने से केंद्र में पर्याप्त जगह है, जिससे किसान जो धान ला रहे हैं उसे रखने में कोई परेशानी नहीं हो रही है.