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कोरबा में मिले दुर्लभ ऊदबिलाव का स्वास्थ्य ठीक नहीं, वन विभाग ने भेजा कानन पेंडारी

कोरबा में दुर्लभ प्रजाति का ऊदबिलाव मिला है. ऊदबिलाव का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. वन विभाग ने उसे कानन पेंडारी भेजा है.

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कोरबा में मिला दुर्लभ ऊदबिलाव
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Published : Mar 9, 2022, 11:30 PM IST

कोरबा: कोरबा में एक बार फिर दुर्लभ प्रजाति का ऊदबिलाव मिला है. समृद्ध जैव विविधता के लिए भी जानकारों के बीच अब चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां के समृद्ध जैव विविधता जानकारों को अपनी और आकर्षित कर रही है. एनटीपीसी के रिहायशी इलाके में बुधवार को एक दुर्लभ ऊदबिलाव मिला है. जिसका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण वन विभाग ने उसे अपनी निगरानी में बिलासपुर के कानन पेंडारी भेज दिया है.

कोरबा में मिला दुर्लभ ऊदबिलाव

यह भी पढ़ें: अनपढ़ राफिया ने पेश की मिसाल: बच्चों के साथ पढ़ाई कर बनीं लेखक


एक दिन पहले ही शहर के संजय नगर में दुर्लभ अलबेलों स्नेक मिला था. बुधवार को एनटीपीसी टाउनशिप में सीवरेज वाटर फिल्टर प्लांट के समीप दुर्लभ प्रजाति का ऊदबिलाव मिला है. सीवरेज प्लांट के कर्मचारी और आसपास के लोग इसे बिल्ली जैसा दिखने वाला जीव कह रहे थे. जिसकी सूचना वन विभाग के साथ ही सर्पमित्र जितेंद्र सारथी को मिली.

एनटीपीसी कटघोरा वन मण्डल में होने के करण इसकी जानकारी कटघोरा डीएफओ प्रेमलता यादव को दी गई. जितेंद्र सारथी को भी घटना स्थल के लिए रवाना किया गया. मौके पर पहुंच कर ऊदबिलाव को रेस्क्यू किया गया. ऊदबिलाव का स्वास्थ्य ठीक नहीं था. जिसके कारण मौके पर ही उसे मछली खिलाया गया और ठंडे पानी से नहलाया गया. थोड़ा हलचल होने पर कटघोरा डिवीजन ले जाया गया. कटघोरा डीएफओ ने ऊदबिलाव को देखकर अस्वस्थ पाए जाने के कारण कानन पेंडारी भेज दिया गया है, जहां दुर्लभ ऊदबिलाव का उपचार किया जाएगा.

भेजा गया कानन पेंडारी
ऊदबिलाव का रेस्क्यू करने पहुंचे जितेंद्र सारथी ने बताया कि यह ऊदबिलाव बेहद दुर्लभ होते हैं. इनका कोरबा में पाया जाना एक सुखद संयोग है. कोरबा की जैव विविधता बेहद समृद्ध है. एनटीपीसी के पास ही सिल्वर जुबली पार्क है और सीवेज वाटर प्लांट में काफी सारा पानी भी मौजूद है. जिसके कारण ऊदबिलाव को यहां उपयुक्त माहौल मिला है.

डिप्टी रेंजर प्रतिमा पैकरा ने बताया कि उन्हें डीएफओ द्वारा ऊदबिलाव की देखरेख के लिए भेजा गया है. मौके से सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है. इसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है,जिसके कारण आगे के इलाज के लिए इसे कानन पेंडारी भेजा जाएगा.

जानिए क्या होता है ऊदबिलाव
ऊदबिलाव एक अर्धजलीय (जल और स्थल दोनो में रहने वाला) स्तनधारी जानवर है. यह एक मांसाहारी प्राणी है. इसकी 13 ज्ञात जातियां हैं. ऑस्ट्रेलिया और अन्टार्कटिका को छोड़कर ऊदबिलाव बाकी सभी महाद्वीपों पर मिलते हैं. ऊदबिलावों के शरीर लम्बे और पतले होते हैं. इनकी छोटी बाज़ुओं के अंत में तेज नाखूनों वाले जालीदार पांव होता है. (जिनकी उंगलियों के बीच त्वचा हो). इन जालीदार पांवों से उन्हें तैरने में आसानी रहती है. भिन्न जातियों के आकारों में अन्तर होता है. एनटीपीसी में जो ऊदबिलाव मिला है, उसके यूरेशियन ऑटर होने की ज्यादा संभावना है. इसकी लम्बाई 14 से 18 इंच के बीच होती है और वजन 12 किलो तक हो सकता है. बहुत से ऊदबिलाव बेहद ठंडे पानी में भी रह सकते हैं.

कोरबा: कोरबा में एक बार फिर दुर्लभ प्रजाति का ऊदबिलाव मिला है. समृद्ध जैव विविधता के लिए भी जानकारों के बीच अब चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां के समृद्ध जैव विविधता जानकारों को अपनी और आकर्षित कर रही है. एनटीपीसी के रिहायशी इलाके में बुधवार को एक दुर्लभ ऊदबिलाव मिला है. जिसका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण वन विभाग ने उसे अपनी निगरानी में बिलासपुर के कानन पेंडारी भेज दिया है.

कोरबा में मिला दुर्लभ ऊदबिलाव

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एक दिन पहले ही शहर के संजय नगर में दुर्लभ अलबेलों स्नेक मिला था. बुधवार को एनटीपीसी टाउनशिप में सीवरेज वाटर फिल्टर प्लांट के समीप दुर्लभ प्रजाति का ऊदबिलाव मिला है. सीवरेज प्लांट के कर्मचारी और आसपास के लोग इसे बिल्ली जैसा दिखने वाला जीव कह रहे थे. जिसकी सूचना वन विभाग के साथ ही सर्पमित्र जितेंद्र सारथी को मिली.

एनटीपीसी कटघोरा वन मण्डल में होने के करण इसकी जानकारी कटघोरा डीएफओ प्रेमलता यादव को दी गई. जितेंद्र सारथी को भी घटना स्थल के लिए रवाना किया गया. मौके पर पहुंच कर ऊदबिलाव को रेस्क्यू किया गया. ऊदबिलाव का स्वास्थ्य ठीक नहीं था. जिसके कारण मौके पर ही उसे मछली खिलाया गया और ठंडे पानी से नहलाया गया. थोड़ा हलचल होने पर कटघोरा डिवीजन ले जाया गया. कटघोरा डीएफओ ने ऊदबिलाव को देखकर अस्वस्थ पाए जाने के कारण कानन पेंडारी भेज दिया गया है, जहां दुर्लभ ऊदबिलाव का उपचार किया जाएगा.

भेजा गया कानन पेंडारी
ऊदबिलाव का रेस्क्यू करने पहुंचे जितेंद्र सारथी ने बताया कि यह ऊदबिलाव बेहद दुर्लभ होते हैं. इनका कोरबा में पाया जाना एक सुखद संयोग है. कोरबा की जैव विविधता बेहद समृद्ध है. एनटीपीसी के पास ही सिल्वर जुबली पार्क है और सीवेज वाटर प्लांट में काफी सारा पानी भी मौजूद है. जिसके कारण ऊदबिलाव को यहां उपयुक्त माहौल मिला है.

डिप्टी रेंजर प्रतिमा पैकरा ने बताया कि उन्हें डीएफओ द्वारा ऊदबिलाव की देखरेख के लिए भेजा गया है. मौके से सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है. इसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है,जिसके कारण आगे के इलाज के लिए इसे कानन पेंडारी भेजा जाएगा.

जानिए क्या होता है ऊदबिलाव
ऊदबिलाव एक अर्धजलीय (जल और स्थल दोनो में रहने वाला) स्तनधारी जानवर है. यह एक मांसाहारी प्राणी है. इसकी 13 ज्ञात जातियां हैं. ऑस्ट्रेलिया और अन्टार्कटिका को छोड़कर ऊदबिलाव बाकी सभी महाद्वीपों पर मिलते हैं. ऊदबिलावों के शरीर लम्बे और पतले होते हैं. इनकी छोटी बाज़ुओं के अंत में तेज नाखूनों वाले जालीदार पांव होता है. (जिनकी उंगलियों के बीच त्वचा हो). इन जालीदार पांवों से उन्हें तैरने में आसानी रहती है. भिन्न जातियों के आकारों में अन्तर होता है. एनटीपीसी में जो ऊदबिलाव मिला है, उसके यूरेशियन ऑटर होने की ज्यादा संभावना है. इसकी लम्बाई 14 से 18 इंच के बीच होती है और वजन 12 किलो तक हो सकता है. बहुत से ऊदबिलाव बेहद ठंडे पानी में भी रह सकते हैं.

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