कोरबा: नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने प्रारंभिक रिपोर्ट में शासकीय मेडिकल कॉलेज कोरबा (Government Medical College Korba) को मान्यता देने से इनकार कर दिया है. मेडिकल कॉलेज के लिए निर्धारित मापदंडों को पूरा करने के लिए 3 हफ्तों का समय फिर कोरबा के मेडिकल कॉलेज को मिला है. इस अवधि में सभी नियमों को पूरा करने के बाद मेडिकल कॉलेज कोरबा (Medical College Korba) को एक बार फिर से आवेदन करना होगा. जिसके बाद मान्यता पर केंद्र स्तर से ही फैसला होगा.
इस साल मान्यता मिलने की संभावना है कम
एनएमसी द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर फिलहाल कोरबा के साथ ही महासमुंद और कांकेर के मेडिकल कॉलेज को मान्यता नहीं मिली है. जिसके बाद अब इस साल कॉलेज को मान्यता मिलने की संभावना बेहद कम है. जिसके कारण नीट की परीक्षा पास करने वाले परीक्षार्थियों को कोरबा के मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने का विकल्प मिल पाना अब संभव नहीं लग रहा है.
कोरबा के साथ ही प्रदेश के अन्य स्वीकृत मेडिकल कॉलेजों का भी यही हाल है. हालांकि निर्धारित प्रक्रिया के तहत मान्यता का आवेदन इसी महीने करना होगा. प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज में कोरबा की तैयारी सबसे बेहतर है. कोरबा के मेडिकल कॉलेज में सिर्फ 42 फीसदी ही तैयारी शेष बची है, जबकि अन्य कॉलेजों में यह 90 फीसदी शेष है.
कमी को करना होगा दूर
नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से जो मापदंड निर्धारित है. उसके अनुसार आधारभूत संरचना, संसाधन फैकल्टी की उपलब्धता है. स्टाफ के साथ ही अन्य पहलुओं को देखा जाता है. फिलहाल मेडिकल कॉलेज कोरबा में 40 फीसदी स्टाफ की कमी है. प्रबंधन अपनी तरफ से पूरा जोर लगा रहा है. कई मामलों में शासन का भी सहयोग मेडिकल कॉलेज को नहीं मिल पा रहा है. जिसके कारण मापदंडों को पूरा करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. स्टाफ की भर्ती शासन स्तर से ही होनी है. तय समय पर पूरा नहीं हो पाने के कारण ही मान्यता लटकी हुई है.