कोरबा: भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर आदिवासी नेता, प्रदेश के सबसे वरिष्ठ विधायक और छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने राज्य में बेलगाम होती नौकरशाही को लेकर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने भ्रष्ट, अकर्मण्य, अराजक और असहिष्णु सरकारी अधिकारियों- कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है.
थप्पड़ मारने वाली घटना दुखद
ननकीराम कंवर ने कोविड प्रोटोकाल के नाम पर प्रदेश के सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा द्वारा एक किशोर को थप्पड़ मारने और पुलिस जवानों को आदेशित कर डंडों से पिटाई कराने की घटना को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा है कि रणबीर शर्मा जैसे भ्रष्ट, अकर्मण्य, अराजक और असहिष्णु अधिकारी शासकीय सेवा के योग्य नहीं है. उन्होने बताया कि IAS शर्मा पर प्रोबेशन पीरियड में भानू प्रतापपुर में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट रहते हुए 10 हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप भी लग चुका है.
एक पटवारी से दस हजार रुपयों की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो ने इन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. इसके अलावा पेंड्रारोड में एक जंगली भालू को इनके आदेश पर गोली मार दी गई थी. विधायक कंवर ने कहा कि इन घटनाओं से स्पष्ट हो जाता है कि IAS रणबीर शर्मा शासकीय सेवा के लिए अयोग्य हैं. जिन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त किया जाना चाहिए और आपराधिक मुकदमा दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
पूर्व कलेक्टर रणबीर शर्मा के खिलाफ पीड़ित नाबालिग के पिता ने की FIR दर्ज करने की मांग
IAS दे रहे भ्रष्टाचार को संरक्षण
विधायक कंवर ने कहा कि इसी क्रम में महासमुंद के IAS कलेक्टर भी भ्रष्टाचार की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने के कारण इन दिनों चर्चा में हैं. भ्रष्टाचार की रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग को लेकर जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को धरना पर बैठना पड़ा. इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारी को कोविड प्रोटोकाल का हवाला देकर गिरफ्तार करा दिया. इससे साफ दिखता है कि कलेक्टर भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई से बचना चाहते थे.
महिला IPS की भूमिका संदेहास्पद
विधायक कंवर ने जांजगीर चाम्पा जिले की महिला IPS पुलिस अधीक्षक का जिक्र करते हुए कहा कि जिले के एक पुलिस कांस्टेबल पुष्पराज सिंह की संदिग्ध मौत के लिए एसपी और विभाग के अन्य अधिकारियों की प्रताड़ना को मुख्य कारण बताया जा रहा है. मृतक के परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने का संदेह जताकर CBI जांच की मांग की है. इसपर भी ठोस कार्रवाई होनी चाहिए.