कोरबा: लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच प्रदेश की कांग्रेस सरकार के शराब बिक्री शुरू करने के निर्णय का पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने विरोध किया है. भाजपा शासन में गृह मंत्री और वर्तमान में जिले के रामपुर विधानसभा सीट से विधायक ननकीराम ने साफ तौर पर कहा है कि 'शराब बिक्री कांग्रेस सरकार के लिए घातक सिद्ध होगी.' यह कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देने जैसा है. शराब दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है. इसके घातक परिणाम सामने आ सकते हैं'.
बुधवार को पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने प्रेसवार्ता आयोजित की. जिसमें उन्होंने कांग्रेस सरकार के शराब बिक्री के निर्णय को बेहद घातक बताया. इसकी जमकर आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि 'शराब दुकानों में यदि एक भी शराबी संक्रमित होता है, तो इससे अन्य शराबी भी संक्रमित हो सकते हैं. जिले में धारा 144 लागू है. सोशल डिस्टेंस के लिए प्रधानमंत्री लगातार अपील कर रहे हैं. लेकिन शराब बिक्री से इन नियमों की धज्जियां उड़ रही है, जो कि बेहद आपत्तिजनक है'. प्रेस वार्ता में भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक चावलानी और पूर्व संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन भी मौजूद रहे.
भाजपा ने पूरा नहीं किया वादा इसलिए सत्ता से गई
भाजपा शासनकाल में सरकारी शराब दुकानों के शासकीयकरण किए जाने के सवाल पर ननकीराम ने कहा कि 'भाजपा ने अपने शासन के दौरान शराबबंदी के वादे को पूरा नहीं किया. इसलिए इसका परिणाम भुगतना पड़ा और वह सत्ता से चली गई. अब वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी बधाई देता हूं कि उन्होंने शराबबंदी नहीं की है. जल्द ही वह भी परिणाम भुगतेंगे'.
गंगाजल हाथ में लेकर किया था वादा
पूर्व संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन ने कहा कि 'सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने हाथ में गंगा जल लेकर वादा किया था. संकल्प पत्र में शराबबंदी का भी वादा शामिल था. लेकिन उन्होंने यह वादा पूरा नहीं किया. कांग्रेस सरकार ने जनता से वादाखिलाफी की है'.
सावधान: सोशल डिस्टेंसिंग नहीं करना पड़ेगा भारी
बड़े प्रशासनिक अफसरों के लिए घर पहुंच सुविधा
प्रेस वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी ने प्रशासनिक अधिकारियों का विरोध किया. उन्होंने कहा कि 'शराब के लिए घर पहुंच सेवा शुरू की गई है. यह इसलिए है ताकि बड़े प्रशासनिक अधिकारियों को आसानी से शराब मिल सके. इसके लिए डिलीवरी ब्वॉय की भी नियुक्ति की गई है'.