कोरबा: मंगलवार को कोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक बंदर ने जमकर उत्पात मचाया. बंदर के गले में पट्टे का निशान था. जिससे बंदर के पालतू होने की बात वन विभाग ने कही. फिरहाल वन विभाग ने बंदर को जंगल में छोड़े जाने की बात कही है. बंदर कुछ समय के लिए अस्पताल के अंदर भी घुस गया था. जिसे काफी मशक्कत के बाद करीब 2 घंटे में रेस्क्यू कर पकड़ा गया. उसके बाद बंदर को जंगल में छोड़ दिया गया.
बंदर ने 2 कर्मचारियों को काटा: अस्पताल में प्रवेश करने के बाद बंदर ने अस्पताल के दो कर्मचारियों को काट लिया. अस्पताल के स्टाफ बंदर को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन बंदर काबू में नहीं आ रहा था. पूरे अस्पताल में कुछ समय के लिए भगदड़ जैसी परिस्थितियां निर्मित हो गई थी. कुछ समय बाद अस्पताल के चिकित्सकों ने वन विभाग को कॉल किया और फिर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.
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"काबू करने में लगी दो घंटे की मशक्कत": वन विभाग की ओर से बंदर को काबू करने मौके पर पहुंचे जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि "जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने सूचना दी कि जिला अस्पताल में एक बंदर घुस आया है. जो पिछले दो तीन दिन से उत्पात मचा रहा है. बंदर के गले में पट्टे का निशान था. जिससे यह लग रहा है कि पहले भी किसी ने इस बंदर को पाला था. यह सभी जंगली जीव होते हैं और इन्हें बांधकर रखने पर वह आक्रामक हो जाते हैं. वे खुद डरे हुए होते हैं, इसलिए दूसरों पर हमला करते हैं. उनको ज्ञान नहीं होता कि इंसानों को काटना नहीं है. बंदर ने 2 लोगों को काट लिया है. हमने बंदर का काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया, और फिर से जंगल में आजाद कर दिया."