कोरबा: शुक्रवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और एडीएम, एसडीएम सहित स्थानीय अधिकारी शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर बरबसपुर में प्रस्तावित नया टीपी नगर के स्थल निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. जहां मंत्री ने अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई. मंत्री के तेवर देख अधिकारी सकते में थे. मंत्री ने अधिकारियों पर सीधा आरोप लगाया कि मास्टर प्लान में प्रस्तावित होने के बाद भी नया टीपी नगर का स्थल परिवर्तन का अधिकार किसी के पास भी नहीं है. कलेक्टर, तहसीलदार अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर रहे हैं. अब जबकि नया टीपी नगर की जमीन प्रस्तावित हो चुकी है. समस्त औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है. तब जानबूझकर पेंच फंसकर शहर विकास को बाधित करने का प्रयास हो रहा है. संभवत: अधिकारी व्यक्तिगत लाभ के लिए ऐसा कर रहे हैं.Minister Jai Singh Agarwal got angry
क्या है पूरा मामला : कोरबा शहर के बीचो-बीच ट्रांसपोर्ट नगर मौजूद है. जहां कोयला लदे भारी वाहन और हैवी ट्रैफिक का आवागमन होता है. शहर को भारी वाहनों के दबाव, ट्रैफिक और प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए ही अब से लगभग 3 वर्ष पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने बरबसपुर में नए टीपी नगर का भूमि पूजन किया था. जिसके लिए 72 एकड़ भूमि नगर निगम का आवंटित की गई थी. नगर निगम ने इसकी एवज में शुल्क भी सरकार को जमा करा दिया था. राजपत्र में इसका प्रकाशन भी कर दिया गया है. मास्टर प्लान में भी भूमि-प्रस्तावित हो चुकी है. अब कुछ दिन पहले कोरबा तहसीलदार ने शासन को एक पत्र लिखा है. जिसमें टीपी नगर के स्थल परिवर्तन की बात कही गई है.change site of transport nagar in Korba
भूमि परिवर्तन करने में क्या है दिक्कत : पत्र में उल्लेख है कि बरबसपुर के जिस स्थान पर भूमि प्रस्तावित है. वह मसाहती ग्राम है. जहां निजी भूमि के कारण दिक्कत आ सकती है. इसलिए झगरहा में स्थित भूमि को प्रसारित किया जा सकता है. इसी बात से मंत्री खासे नाराज हैं. उन्होंने अधिकारियों को आड़े हाथ लिया. मौके पर ही मंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि "मास्टर प्लान में परिवर्तन का अधिकार किसने दिया? पुरानी कलेक्टर रानू साहू ने इस काम में अड़ंगा लगाया. अब वर्तमान अधिकारी भी उसी राह पर चल रहे हैं. नया ट्रांसपोर्ट नगर प्रस्तावित स्थल से शिफ्ट नहीं होगा. कलेक्टर यहां से शिफ्ट होगा, अधिकारी गलत काम कर रहे हैं. इसके लिए भले ही मुझे धरना देना पड़ जाए. लेकिन नया ट्रांसपोर्ट नगर के काम में देरी बर्दाश्त नहीं होगी. 1 हफ्ते का समय है सारी प्रक्रिया दुरुस्त कर लो, वरना परिणाम भुगतने के लिए तैयार हो जाओ. चाहे अधिकारी कितना भी पावरफुल हो, उसके विरूद्ध कार्रवाई होगी.''
क्या है मंत्री का आरोप : मंत्री जयसिंह अग्रवाल शुक्रवार को स्थल निरीक्षण के लिए बरबसपुर पहुंचे थे. जहां उन्होंने कहा कि '' नया टीपी नगर के लिए बरबसपुर में लगभग सारी औपचारिकता पूरी कर चुकी है. इसके स्थल परिवर्तन का कारण समझ के परे है. अधिकारी अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर रहे हैं. वह नहीं चाहते कि हैवी ट्रैफिक शहर से दूर जाए और शहर का विकास हो, संभवत: शहर से गुजरने वाले भारी वाहनों से उन्हें कोई लाभ प्राप्त होता होगा. जिसके कारण वो ऐसा कर रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा, ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण प्रस्तावित स्थल पर ही होगा. मैंने इसके लिए निर्देश दिए हैं 1 हफ्ते में यदि इसकी प्रक्रिया पूर्ण नहीं होती तो अधिकारियों पर कार्रवाई होगी.''
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SDM ने निर्देश के बाद काम करने की कही बात: इस विषय में मौके पर उपस्थित एडीएम विजेंद्र पाटले ने कहा कि "बरबसपुर में प्रस्तावित नए टीपी नगर के लिए भूमि का स्थल निरीक्षण किया गया है. यहां कुछ मसाहती ग्राम भी हैं. स्थल निरीक्षण के बाद जैसे निर्देश मिलेंगे. उसके अनुसार ही काम किया जाएगा".