कोरबा: सर्वमंगला रोड स्थित फोकटपारा बस्ती रेलवे ट्रैक के पास रहने वाले एक व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई. मृतक का नाम राजेश सिंह है, जो पेंटर का काम करता था. राजेश पिछले कुछ समय से पैरालिसिस से पीड़ित था, जिस वजह से वो कोई काम नहींं कर पाता था. मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का लग रहा है.
घटना के 1 घंटे बीत जाने के बाद भी लाश रेल पटरी पर पड़ी रही. वहां मौजूद लोगों ने मालगाड़ियों को उस पटरी से गुजरने नहीं दिया. जिस वजह से कोरबा रेलवे फाटक और शारदा विहार रेलवे फाटक पर घंटों जाम लगा रहा. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कररही है. राजेश के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है.
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जिंदगी से हताश था मृतक
मृतक की बहन ने बताया कि पैरालिसिस अटैक के बाद राजेश की मां ही उसका ख्याल रखती थी. इससे वह काफी हताश था. शायद इसी वजह से उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया होगा. आजकल बच्चों और युवाओं में आत्महत्या करने के मामले काफी बढ़ गए हैं. हाल ही में जशपुर के बलाछापर और झरगांव में दो युवकों ने जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. परिजनों ने बताया कि उनका बेटा कुछ समय से मानसिक तनाव में था. घर में लोगों से बातचीत भी कम करता था.
सुसाइड के कारण
- मानसिक विकार जिसमें डिप्रेशन भी शामिल.
- किसी खास दोस्त या परिवार के सदस्य के साथ मतभेद.
- शारीरिक या यौन उत्पीड़न या हिंसा का शिकार होना.
- नशीले पदार्थों की लत लग जाना.
- किसी गंभीर बीमारी का होना.
- खुद को अकेला महसूस करना.
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इन बातों पर दें ध्यान
- अगर आपका बच्चा उदास या बेचैन है, तो उसके साथ बात करें. उसकी समस्या को जानने की कोशिश करें.
- मन में आत्महत्या का ख्याल आने पर बच्चों में संकेत दिखने लगते हैं. अपने बच्चे की हरकतों को नजरअंदाज न करें.
- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए कहें.
- काउंसिलिंग के लिए लेकर जाएं.