कोरबा: जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूल-कॉलेजों को बंद करने के साथ जिम को भी बंद कर दिया गया है. मौजूदा समय में जिम फिटनेस को पसंद करने वाले युवाओं की पहली पसंद है. बढ़ते संक्रमण के बीच नियमित तौर पर कसरत जरूरी है. लेकिन जिम को फिलहाल बंद कर दिया गया है. इस बीच जिम एसोसिएशन का यह आरोप है कि छत्तीसगढ़ में जिम को तो बंद किया गया है, लेकिन मदिरा दुकानों का संचालन बदस्तूर जारी है.
सप्ताह भर से जिम बंद
जिम को बंद हुए अब 1 सप्ताह से भी अधिक समय हो चुका है. जिम संचालक कहते हैं कि पूर्व में एक तिहाई क्षमता के साथ जिम को संचालन की अनुमति दी गई थी. लेकिन इस बार सीधे जिम को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है. जिससे फिटनेस को पसंद करने वाले युवाओं के साथ ही जिम संचालकों और ट्रेनर की भी हालत खराब है. ज्यादातर जिम किराए के भवन और लोन पर खरीदी गई सामग्रियों से चलते हैं. ऐसे में आर्थिक तंगी से भी जिम संचालकों को जूझना पड़ रहा है.
शराब दुकानों में मास्क जरूरी
मौजूदा समय में शराब दुकानों पर कोई नियम लागू नहीं है. शराब दुकानों में केवल एक बोर्ड लगा हुआ दिखा, जिस पर यह लिखा है कि बिना मास्क के ग्राहकों को शराब नहीं दी जाएगी. जबकि मदिरा दुकानों में भीड़भाड़ वाला माहौल रहता है. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन ठीक तरह से नहीं हो पाता.
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जिम एसोसिएशन ने सौंपा ज्ञापन
जिम बंद होने के आदेश जारी होने के बाद कोरबा जिम एसोसिएशन ने प्रशासन से लेकर राजस्व मंत्री तक को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि नियमों में बंधकर ही जिम संचालन की अनुमति प्रदान की जाए. जिले भर में लगभग 50 की तादाद में जिम हैं, जहां हजारों युवा कसरत करते हैं. शहर से लेकर उपनगरीय क्षेत्रों तक जिम का संचालन होता है. जिम आने से रोग प्रतिरोधक क्षमता ही बढ़ती है, इससे कोई नुकसान नहीं होता.
डिप्टी कलेक्टर संजय मरकाम को मिला ज्ञापन
इस विषय में डिप्टी कलेक्टर संजय मरकाम ने बताया कि जिम एसोसिएशन का ज्ञापन मिला है. चूंकि संक्रमण फैलने के लिहाज से जिम काफी संवेदनशील होता है. इसलिए उन्हें बंद करने का आदेश प्रशासन ने जारी किया है. ज्ञापन मिला है, जिस पर उचित निर्णय के लिए इसे उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है.