कोरबा: रिहायशी इलाकों की तरफ जंगली जानवरों ने रुख करना शुरू कर दिया है. शनिवार को एसईसीएल दीपका के डंपर वर्कशॉप के पास मादा तेंदुए और उसके दो शावकों को घूमते हुए देखा गया. तेंदुए को देखकर कर्मचारी दहशत में आ गए. कर्मचारियों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है.
डंपर वर्कशॉप परिसर में सीआईएसफ का जवान अपनी ड्यूटी कर रहा था. खाना खाने के दौरान उसने वर्कशॉप के पास एक तेंदुआ और उसके दो शावकों को घूमते देखा. खतरे को देखते हुए जवान ने आनन-फानन में खुद को गुमटी में बंद कर लिया और इसकी जानकारी एसईसीएल और सीआईएसएफ के अधिकारियों को दी. अधिकारियों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. रात 1 बजे वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. टीम ने शुरुआती स्थिती का जायजा लिया और वापस लौट गई.
कोरबा: बतारी गांव में घुसा तेंदुआ, बुजुर्ग पर हमला कर किया घायल
सावधानी बरतने की हिदायत
अगली सुबह 8 बजे वन विभाग की टीम यहां फिर से पहुंची. जिस स्थान पर दोनों शावकों को देखा गया था, वहां ट्रेसिंग की गई. निष्कर्ष निकाला गया कि संबंधित पदचिन्ह तेंदुए के ही हैं. कटघोरा वन परिक्षेत्र अधिकारी मृत्युंजय शर्मा ने लोगों को सावधानी बरतने को कहा है. उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में तीनों तेंदुए अपने आप जंगल की ओर चले जाएंगे. वन विभाग ने अगली स्थिति तक इस इलाके में कर्मचारियों को नहीं जाने के लिए कहा है.
भोजन और पानी की तलाश में शहरों तक पहुंच रहे जंगली जानवर
छत्तीसगढ़ में गर्मी बढ़ने लगी है. लगतार बढ़ती गर्मी की वजह से जहां इंसान परेशान है, वहीं जानवारों का भी बुरा हाल है. भीषण गर्मी के कारण जंगल में पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती है. यही कारण है कि जंगली जानवर अब वनों को छोड़ शहरों का रुख कर रहे हैं. हाल ही में कोरबा के दीपका क्षेत्र से लगे बतारी गांव में एक तेंदुआ देखा गया था. तेंदुए ने एक ग्रामीण को जख्मी कर दिया था. ग्रामीण ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी थी.