कोरबा: गर्मी के मौसम में लोग नींबू पानी का सहारा लेते हैं. गर्मी में नींबू की डिमांड भी अधिक बढ़ जाती है. इस बार भी गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ रखा है. वहीं, बढ़ती गर्मी में इस बार भी नींबू की डिमांड बढ़ गई है. हालांकि इस बार नींबू की बढ़ती कीमत ने आम आदमियों को निचोड़ कर रख दिया है. हर साल के मुकाबले इस बार नींबू की कीमत में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है.
नींबू विक्रेताओं की मानें तो उन्होंने अपने पूरे जीवन में इतने अधिक दाम में नींबू नहीं बेचा है. वर्तमान समय में कोरबा के सब्जी बाजारों में प्रत्येक नींबू के लिए आपको प्रति नींबू 10 रुपये देने होंगे, जबकि 20 के तीन नींबू का दाम तय कर दिया गया है. इतना ही नहीं रायपुर और बिलासपुर जैसे महानगरों में नींबू के दाम और भी अधिक हैं.
नींबू लेने से भाग रहे ग्राहक: कोरबा का एनटीपीसी मार्केट, दर्री मार्केट, जमनीपाली बाजार, बालको बाजार, जिला मुख्यालय का बुधवारी बाजार या कुसमुंडा, गेवरा क्षेत्र का बाजार, सभी जगह नींबू के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. प्रत्येक नींबू के एवज में सब्जी व्यवसायी 10 रुपये की कीमत वसूल रहे हैं. इस विषय में सब्जी व्यवसायी संजय का कहना है कि 200 से 250 रुपये प्रति किलो के बीच नींबू मिल रहा है. जबकि पूर्व में इसके दाम 60 या 70 रुपये प्रति किलो हुआ करता था. इतना महंगा नींबू, उन्होंने कभी नहीं खरीदा, ना ही बेचा है. अब तो हालत यह है कि ग्राहक नींबू लेने से भी कतराने लगे हैं.
पहले जो 10 से 20 नींबू लिया करते थे. अब वह 2 से 3 नींबू लेकर ही संतोष कर रहे हैं. वहीं, नींबू व्यवसायी राजकमल का कहना है कि, पहले हम 10 रुपये के 5 नींबू बेचा करते थे, लेकिन अब जब 10 में एक नींबू बेचना पड़ रहा है, तब ग्राहक हमारे ऊपर ही आग बबूला हो जाते हैं. कहते हैं कि नींबू इतने महंगे कैसे हो गए? अब हम उन्हें कैसे समझाएं कि यह तो हमें भी नहीं पता कि नींबू के दाम इतने कैसे बढ़ गए?
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बिगड़ गया है पूरा बजट: वहीं, सब्जी लेने मार्केट पहुंचे निजी कंपनी में कार्यरत शांताराम का कहना है कि, क्या करें जरूरत के हिसाब से एक या दो नींबू तो लेना ही पड़ता है. दाम सुनकर नींबू लेने का मन नहीं कर रहा, नींबू का कोई विकल्प भी नहीं है. पहले तो ढाई सौ रुपए में हफ्ते भर की सब्जी आ जाती थी. अब 500 रुपये भी कम पड़ते हैं. सरकार अलग से कोई महंगाई भत्ता तो देती नहीं. महंगाई बढ़ने से पूरा बजट बिगड़ जाता है. घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है.
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पेट्रोल के दाम बढ़ने से बढ़ गए हैं दाम: आम लोग हों या फिर नींबू के व्यवसायी, सभी में यह चर्चा है कि पेट्रोल के दाम 110 रुपये प्रति लीटर हो चुका है. ऐसे में परिवहन का चार्ज अलग से जुड़ रहा है. हालांकि नींबू के दाम इतने अधिक क्यों बढ़े हैं. इसका कारण किसी को ठीक-ठीक पता नहीं है. व्यवसायी यह जरूर कह रहे हैं कि ऊपर से ही नींबू की सप्लाई बेहद कम है. जिससे वह इस बात की संभावना व्यक्त कर रहे हैं कि नींबू की फसल जितनी पहले हुआ करती थी उतनी इस वर्ष नहीं हुई है. आवक कम होने के कारण नींबू के दाम बढ़ गए हैं.