कोरबा: अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर वामपंथी किसान संगठन बड़े आंदोलन की जमीन तैयार कर रहे हैं. खेती और किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर किसान सभा 9 अगस्त को आंदोलन करेंगे. फिलहाल गांव-गांव घूमकर सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है.
9 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 'कॉरपोरेटों - भारत छोड़ो' के देशव्यापी आंदोलन से इसे जोड़ा जा रहा है. छत्तीसगढ़ किसान सभा के कोरबा जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सचिव प्रशांत झा ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इस अभियान के क्रम में ग्रामीणों को मोदी सरकार द्वारा बनाये गए तीन किसान विरोधी कानूनों की जानकारी दी जा रही है. इसके अलावा खेती-किसानी से जुड़े ज्वलंत स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है.
जरूरत के समय रूठे बादल, ठीक समय पर नहीं हुई बारिश तो फसल होगी बर्बाद
इस गांव में अच्छी पैठ
किसान सभा नेताओं ने बताया कि विगत दिनों मड़वाढ़ोढा, रोहिना, सुराकछार बस्ती, गंगानगर, रैनपुर, उड़ता, बेंदरकोना, हल्दीमाड़ा सहित कई गांवों में यह अभियान चलाया गया. किसानों को एकजुट कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है.
एक दिन पहले ही बीजेपी ने किया आंदोलन
एक तरफ वामपंथी किसान संगठन 9 अगस्त को बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ एक दिन पहले ही प्रदेश स्तर पर बीजेपी ने बड़ा आंदोलन किया. बीजेपी ने खाद और बीज की कालाबाजारी को लेकर कांग्रेस पर आरोप लगाया है. बीजेपी नेताओं ने यह भी कहा कि जरूरत के समय किसानों को सरकारी सहकारी समितियों से खाद और बीज की आपूर्ति नहीं की जा रही है. हालांकि स्थानीय प्रशासन ने खाद बीज की कमी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है.