कोरबा: जिले के पाली स्थित न्यायालय में जज को धोखे में रखकर क्लाइंट के बेटे को मालिक बनाकर कोर्ट रूम में पेश करने का मामला सामने आया है, जिसके लिए आरोपी वकील को तत्काल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. दरअसल अधिकवता ने ट्रेलर वाहन की जब्ती के मामले में न्यायालय से सुपुर्दनामा प्राप्त करने के लिए वाहन मालिक की जगह उसके बेटे को मालिक बनाकर पेश कर दिया था. इस मामले में मुख्य आरोपी अधिवक्ता को जेल भेज दिया गया है. जबकि वकील का जूनियर और फर्जी मालिक फरार है.
जानकारी के मुताबिक फरवरी महीने में हरदीबाजार चौकी पुलिस ने सड़क पर अव्यवस्थित तरीके से ट्रेलर वाहन को खड़ा करने पर धारा 283 के तहत केस दर्ज करते हुए वाहन को जब्त कर लिया था. इस वाहन को सुपुर्दनामा के संबंध में वाहन मालिक रामफल शर्मा ने अधिवक्ता राजेश राठौर को नियुक्त किया था.
पढ़ें:खुद को वालफोर्ट ग्रुप का डायरेक्टर बताकर मजदूरों से लाखों की धोखाधड़ी, शिकायत दर्ज
पाली न्यायालय के प्रथम श्रेणी के न्यायिक दण्डाधिकारी के सामने सुपुर्दनामा के लिए अधिवक्ता राजेश राठौर, जूनियर अधिवक्ता प्रियंका जायसवाल ने आवेदन प्रस्तुत किया. इस दौरान मूल वाहन स्वामी रामफल शर्मा के जगह पर उसके बेटे विकास वशिष्ठ को रामफल शर्मा बनाकर न्यायालय में उपस्थित कराया गया. साथ ही धोखे से सुपुर्दनामा आदेश पारित करा लिया गया. कार्रवाई के दौरान वाहन मालिक का आधार कार्ड, और आईडी प्रूफ में से कोई एक दस्तावेज पेश करने को कहा गया था. जिसमें आरोपी वकील ने तत्काल दस्तावेज नहीं होने की बात कहलाकर बाद में जमा कराने का झांसा दिया. इसके बाद दस्तावेज नहीं सौंपे गए.
2 फरार आरोपी की तलाश जारी
न्यायालय ने मामले में धोखाधड़ी होना जानकर इसकी जांच के निर्देश पाली थाना को दिए. पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि मूल वाहन स्वामी की जगह पर उसके बेटे को वाहन स्वामी बताकर धोखे से सुपुर्दनामा पारित कराया गया. इस पर अधिवक्ता राजेश राठौर और उसकी जूनियर अधिवक्ता प्रियंका जायसवाल और वाहन मालिक के बेटे विकास वशिष्ठ के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते अधिवक्ता राजेश राठौर को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में 2 फरार आरोपी की तलाश जारी है.