कोरबा: रामपुर विधानसभा क्षेत्र लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड प्रबंधन किसानों की जमीन अधिग्रहित तो कर रहा है, लेकिन इसके बदले में उनके परिजनों को नौकरी नहीं दी जा रही है. ग्रामीण मिलन कुर्रे ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है. ग्रामीण की शिकायत पर कलेक्टर ने लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड प्रबंधन को पत्राचार कर जरूरतमंदों को योग्यतानुसार रोजगार प्रदान करने की बात कही है.
मिलन कुर्रे ने लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड प्रबंधन के बाला कृष्णा और डीके तिवारी की शिकायत उरगा थाने में की है और नौकरी की मांग की है. पीड़ित का कहना है कि जब जरूरत पड़ी तो लैंको अमरकंटक लिमिटेड के प्रबंधन और अफसरों ने मिलकर उनकी जमीन ले ली, लेकिन इसके बदले में कोई मुआवजा नहीं दिया गया. पीड़ित ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि भविष्य में जमीन के बदले परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी, जिससे उनका गुजारा हो जाएगा और परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरेगी.
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लैंकों पर नौकरी नहीं देने का आरोप
कुर्रे बताते हैं कि लैंको प्लांट को उन्होंने 4 एकड़ जमीन दी है. प्लांट के प्रबंधन ने जमीन के बदले वाले घर के दो लोगों को नौकरी देने की बात कही थी, लेकिन आज सात साल बाद भी परिवार के लोगों को नौकरी नहीं मिली है. किसान ने बताया कि उनके जमीन के बदले कार्तिक राम को फर्जी तरीके से नौकरी दे दी गई है. उन्होंने बताया कि इसके खिलाफ न्यायालय में भी केस डाला गया था, जहां उनकी जीत हुई थी, बावजूद इसके उनके परिवार को नौकरी नहीं दी जा रही है. कर्रे बताते हैं कि कई बार इसकी शिकायत थाने में की गई है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
जांच के बाद कि जाएगी कार्रवाई
उरगा टीआई लखन पटेल ने बताया कि मिलन कुर्रे ने लिखित शिकायत की है. उन्होंने कहा कि जांच करने के बाद पीड़ित पक्ष वालों को न्याय दिलाने का काम किया जाएगा. वहीं इस बारे में लैंको के अधिकारी डीके तिवारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को लैंको ने नौकरी दी है. कलेक्टर जब तक बाकियों को नौकरी देने के आदेश नहीं करेंगे तब तक नौकरी नहीं दे पाएंगे.