कोरबा: चीनी रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट किट पर रोक लगने के बाद अब कोरबा को कोरोना टेस्ट के लिए कोरियाई किट दिए गए हैं. फिलहाल जिले को 800 नए किट मिल चुके हैं, जिनकी मदद से जांच भी शुरू कर दी गई है. थोड़े दिनों पहले स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने खुद कटघोरा पहुंचकर कलेक्टर किरण कौशल को 2 हजार रैपिड टेस्ट किट सौंपे थे, जिनके माध्यम से जिलेभर में लगभग एक हजार टेस्ट किए गए थे, जिसमें सभी के रिपोर्ट निगेटिव पाए गए.
इससे पहले दिए गए जिन रैपिड टेस्ट किट के माध्यम से कटघोरा और जिले के दूसरे क्षेत्रों के सैंपल्स की जांच हुई थी, अब उन सभी की दोबारा जांच की जाएगी. बुधवार को कटघोरा में इसी किट से 100 लोगों की जांच की गई, जिसमें सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो फिलहाल कोरियाई कंपनी की पहली खेप जिले को दी गई है.
कर्मचारियों के सैंपल कलेक्शन का काम शुरू
नए रैपिड टेस्ट किट मिलने के बाद अब कटघोरा में फिर से सैंपलिंग शुरू हो गई है. छत्तीसगढ़ में हॉटस्पॉट बने कटघोरा में पिछले 12 दिनों से कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है, जिससे संक्रमण का खतरा अब काफी हद तक कम हो चुका है. कटघोरा के सभी मरीज रायपुर AIIMS में पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं. अब कटघोरा में ड्यूटी कर रहे पुलिस के जवान और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं. एक दिन पहले ही कर्मचारियों के 20 सैंपल लिए गए हैं.
किट से नहीं होती कोरोना की पुष्टि
रैपिड टेस्ट किट कोई डायग्नोस्टिक मेथड नहीं है. रैपिड किट से सिर्फ एंटी बॉडी टेस्ट किया जाता है, जिससे यह पता चलता है कि किसी मरीज के शरीर में एंटी बॉडी बन रहा है या फिर नहीं. यह मुख्य तौर पर कम्युनिटी ट्रांसमिशन के फैलाव को परखने का एक तरीका है, इसलिए रैपिड टेस्ट किट से कोरोना कंफर्म नहीं किया जा सकता, जबकि इसे लेकर लोगों के बीच कई तरह की भ्रांतियां भी हैं.