कोरबा : आज के समय में एक दूसरे को बेइंतहा मोहब्बत करने वाले लोग कम ही मिलते हैं.रिश्ते कच्चे कांच से भी ज्यादा कमजोर हो चले हैं.उनमें पति पत्नी का रिश्ता भी शामिल है.बावजूद इसके कुछ ऐसे उदाहरण आज भी हमारे सामने आते हैं,जो रिश्तों की अहमियत को समझने में हमें रास्ता दिखाते हैं. हम अक्सर सुना करते हैं कि लोगों ने साथ जीने और साथ मरने की कसम खाई,लेकिन क्या हकीकत में ऐसा होता है. आप कहेंगे नहीं.लेकिन कोरबा में एक साथ 72 साल साथ रहने के बाद एक दंपति ने साथ दुनिया छोड़ी. Korba unique love story
वृद्ध दंपति ने छोड़ी साथ दुनिया : कोरबा के दीपका में एक जोड़े ने आज से 72 साल पहले 1951 में शादी की.वक्त के साथ दोनों का प्यार और भी गहरा होता गया.बीते दिन जब पति ने दुनिया छोड़ी तो पत्नी भी पति के वियोग को नहीं सह पाई.24 घंटे के अंदर ही पत्नी ने भी शरीर त्याग दिया.इसके बाद परिवार वालों ने दोनों की अर्थियां एक साथ निकाली और एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया.इस नजारे को क्षेत्र में जिस किसी ने भी देखा उसकी आंखें नम हो गई.दोनों के बीच अटूट प्यार की मिसाल अब लोग दे रहे हैं.
कौन थे दंपति ? : प्रगतिनगर दीपका में SECL के सीनियर सेल्स मैनेजर संतोष सिन्हा के पिता वशिष्ठ नारायण सिन्हा की 95 वर्ष की आयु में 6 दिसंबर को निधन हुआ. संतोष सिन्हा की नाते और रिश्तेदार बिहार में रहते हैं.इसलिए अंतिम संस्कार से पहले सभी का इंतजार किया गया. मृतक के शव को गेवरा नेहरू शताब्दी चिकित्सालय के शव गृह में रखा गया था.इसी बीच पति की मौत से दुखी पत्नी रमावती देवी को सदमा बर्दाश्त नहीं हुआ. 84 साल की रमा ने पति की मौत के अगले ही दिन देह त्याग दिया.एक साथ हुई दो मौतों के बाद पूरा परिवार शोक में डूब गया. इसके बाद दोनों ही बुजुर्गों को एक साथ विदा किया गया.
1951 में हुई थी दोनों की शादी : वृद्ध दंपति का विवाह 72 साल पहले 1951 में हुआ था. 72 साल तक साथ रहकर वैवाहिक जीवन गुजारने के बाद दोनों ने एक साथ इस संसार से विदा लिया. दोनों की अंतिम विदाई में परिवार का हर एक सदस्य मौके पर मौजूद था.इस दौरान दोनों को विदा करते वक्त हर किसी की आंखें नम थी.