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Rakshabandhan Prohibited In jail : कोरबा जेल में नहीं मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्यौहार, कोरोना गाइडलाइन बनीं वजह - कोरबा जेल में नहीं मनाया जाएगा रक्षाबंधन

Rakshabandhan prohibited in jail कोरबा जिला जेल में इस बार रक्षाबंधन त्यौहार नहीं मनाया जाएगा. जेल प्रबंधन ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए इस बार जेल में काउंटर बनाकर राखियां जमा की है. इसके साथ ही फोन की मदद से बहनों की बात जेल में निरुद्ध भाईयों से करवाई जा रही है.

Rakshabandhan prohibited in jail
जेल में नहीं मनाया जाएगा रक्षाबंधन त्यौहार
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 30, 2023, 3:33 PM IST

जेल में नहीं मनाया जाएगा रक्षाबंधन त्यौहार

कोरबा : रक्षाबंधन का त्यौहार भाई और बहन के रिश्ते की डोर को और भी ज्यादा मजबूत बनाता है. हर साल ये पर्व सावन के आखिरी हफ्ते में आता है. देश के कई हिस्सों में इस त्यौहार को लोग उत्साह से मनाते हैं. इसी के साथ जेल में बंद भाईयों के लिए भी बहनें राखी लेकर आती हैं. लेकिन जेल प्रबंधन ने इस बार कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए राखी लेकर पहुंची बहनों को जेल में बंद भाईयों से मिलने की इजाजत नहीं दी है.

काउंटर में जमा करवाई गई है राखियां : जिला जेल कोरबा पहुंची बहने अपने बंदी भाईयों के नाम की राखी जेल में बने काउंटर में जमा करके वापस लौट रहीं हैं. क्योंकि जेल प्रबंधन ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए बहनों को भाई से नहीं मिलने दिया. प्रबंधन की मानें तो जब तक बहनें भाईयों के लिए राखी लेकर आती रहेंगी,तब तक काउंटर खुला रखा जाएगा.

कैदी और बंदियों के लिए स्पेशल डाइट : जिला जेल कोरबा के जेलर विजय सिंह ने बताया कि रक्षाबंधन का त्योहार सभी मान रहे हैं. कैदियों और बंदियों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है. उनको पूरी, सब्जी और हलवे के तौर पर स्पेशल डाइट दी जा रही है.

''कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है. कोरोना अभी पूरी तरह से गया नहीं है. जेल में कोरोना फैला तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है. इसलिए प्रवेश द्वार पर हमने काउंटर लगाए हैं. वहां बंदी और कैदियों के लिए जो बहने राखी लेकर आ रही हैं. वह उनसे जमा कर लिया जा रहा है. इसे भाईयों को दिया जा रहा है. फोन पर बात भी करवाई जा रही है.'' विजयानंद सिंह, जेलर, जिला जेल कोरबा

पहले जेल में होता था आयोजन : कोरोना से पहले तक जेल परिसर के एंट्री गेट पर छोटा कार्यक्रम आयोजित होता था.जहां बंदी भाई आकर बैठते थे और बहन अपने हाथों से राखी बांधती थी. इस पल के दौरान भाई और बहनें भावुक भी होते थे. लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद इस तरह के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. जेल में रक्षाबंधन के दौरान किसी भी तरह के आयोजन की मनाही है.

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कैसे की गई है जेल के अंदर व्यवस्था ? : कोरबा जेल में रक्षाबंधन वाले दिन प्रवेश द्वार के बाहर एक काउंटर बनाया गया है. यहां सुरक्षाकर्मियों को बिठाया गया है. इसी काउंटर पर बहनें अपनी राखी जमा करवा रही हैं. वह जिसके लिए राखी लेकर आई हैं, उसका नाम नोट करवाने के बाद सुरक्षाकर्मी उनसे राखी जमा कर ले रहे हैं. जिसे जेल में बंद भाईयों तक पहुंचा दिया जाएगा.वहीं इस दौरान बहने काउंटर पर लगे फोन से जेल में निरुद्ध भाईयों से बात भी कर रही हैं. जेल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इसी तरह से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है.

जेल में नहीं मनाया जाएगा रक्षाबंधन त्यौहार

कोरबा : रक्षाबंधन का त्यौहार भाई और बहन के रिश्ते की डोर को और भी ज्यादा मजबूत बनाता है. हर साल ये पर्व सावन के आखिरी हफ्ते में आता है. देश के कई हिस्सों में इस त्यौहार को लोग उत्साह से मनाते हैं. इसी के साथ जेल में बंद भाईयों के लिए भी बहनें राखी लेकर आती हैं. लेकिन जेल प्रबंधन ने इस बार कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए राखी लेकर पहुंची बहनों को जेल में बंद भाईयों से मिलने की इजाजत नहीं दी है.

काउंटर में जमा करवाई गई है राखियां : जिला जेल कोरबा पहुंची बहने अपने बंदी भाईयों के नाम की राखी जेल में बने काउंटर में जमा करके वापस लौट रहीं हैं. क्योंकि जेल प्रबंधन ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए बहनों को भाई से नहीं मिलने दिया. प्रबंधन की मानें तो जब तक बहनें भाईयों के लिए राखी लेकर आती रहेंगी,तब तक काउंटर खुला रखा जाएगा.

कैदी और बंदियों के लिए स्पेशल डाइट : जिला जेल कोरबा के जेलर विजय सिंह ने बताया कि रक्षाबंधन का त्योहार सभी मान रहे हैं. कैदियों और बंदियों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है. उनको पूरी, सब्जी और हलवे के तौर पर स्पेशल डाइट दी जा रही है.

''कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है. कोरोना अभी पूरी तरह से गया नहीं है. जेल में कोरोना फैला तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है. इसलिए प्रवेश द्वार पर हमने काउंटर लगाए हैं. वहां बंदी और कैदियों के लिए जो बहने राखी लेकर आ रही हैं. वह उनसे जमा कर लिया जा रहा है. इसे भाईयों को दिया जा रहा है. फोन पर बात भी करवाई जा रही है.'' विजयानंद सिंह, जेलर, जिला जेल कोरबा

पहले जेल में होता था आयोजन : कोरोना से पहले तक जेल परिसर के एंट्री गेट पर छोटा कार्यक्रम आयोजित होता था.जहां बंदी भाई आकर बैठते थे और बहन अपने हाथों से राखी बांधती थी. इस पल के दौरान भाई और बहनें भावुक भी होते थे. लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद इस तरह के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. जेल में रक्षाबंधन के दौरान किसी भी तरह के आयोजन की मनाही है.

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कैसे की गई है जेल के अंदर व्यवस्था ? : कोरबा जेल में रक्षाबंधन वाले दिन प्रवेश द्वार के बाहर एक काउंटर बनाया गया है. यहां सुरक्षाकर्मियों को बिठाया गया है. इसी काउंटर पर बहनें अपनी राखी जमा करवा रही हैं. वह जिसके लिए राखी लेकर आई हैं, उसका नाम नोट करवाने के बाद सुरक्षाकर्मी उनसे राखी जमा कर ले रहे हैं. जिसे जेल में बंद भाईयों तक पहुंचा दिया जाएगा.वहीं इस दौरान बहने काउंटर पर लगे फोन से जेल में निरुद्ध भाईयों से बात भी कर रही हैं. जेल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इसी तरह से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है.

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