ETV Bharat / state

Korba News: आवारा मवेशियों के लिए जिला प्रशासन ने बनाई समिति, घुमन्तु पशुओं के मालिक हो जाएं सावधान !

Korba News सड़क पर पसरे आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए कोरबा जिला प्रशासन ने नई पहल की है. मवेशियों को सड़कों से दीर रखने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. जो आवारा पशुओं को रास्ते से हटाने, घुमन्तु पशुओं के मालिकों पर कार्रवाई करने, हादसे में घायल पशुओं के इलाज आदि जिम्मेदारियों को देखेंगे. formed committee for stray cattle

formed committee for stray cattle
आवारा मवेशियों के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन
author img

By

Published : Aug 17, 2023, 9:04 AM IST

कोरबा: बरसात के मौसम में आवारा मवेशियों के सड़क पर पसरे रहने की समस्या बढ़ जाती है. नेशनल हाईवे हो या फिर शहर और गांवों की अन्य सड़कें, सभी जगह मवेशी डेरा जमाये रहते हैं. जिससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है. अब इसके लिए जिला प्रशासन ने ठोस पहल की है. मवेशियों को मुख्य सड़क से हटाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है.

हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने की पहल: आवारा और घुमन्तु पशुओं को व्यवस्थित करने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा आदेश पारित किया गया था. जिसके बाद कोरबा जिला प्रशासन ने पहल करते हुए पशुओं को व्यवस्थित करने के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया है. कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस कमेटी का गठन कर नगर पालिका निगम के आयुक्त को कमेटी का अध्यक्ष बनाया है.

गठित समिति की क्या होगी जिम्मेदारी? : जिला स्तरीय समिति द्वारा कोरबा में घुमन्तु पशुओं को राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के साथ नगरीय निकाय, ग्राम पंचायत मार्ग से हटाने की जिम्मेदारी होगी. घुमन्तु पशुओं के मालिकों पर ग्राम पंचायत अधिनियम 1993 और पशु अतिचार अधिनियम 1871 की धाराओं के आनुसार कार्यवाही किया किया जाना सुनिश्चित करेगी.
घुमन्तु पशुओं को गौशालाओं सहित अन्य शेल्टर में व्यवस्थित किया जाएगा. घुमन्तु पशुओं में रेडियम बेल्ट और टैग भी लगाया जाएगा. राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों में ऐसे स्थानों को चिन्हांकित किया जाएगा, जहां आमतौर पर पशुओं का जमावड़ा रहता है. समिति एक ऐसा प्रावधान तैयार कर सकेगा, जिससे ग्रामीण आमजन घुमन्तु पशुओं के संबंध में शिकायत दर्ज करा सकें.

घायल पशुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी: राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों में घुमन्तु मवेशियों के व्यवस्थापन के संबंध में पशु हेल्पलाइन नंबर 07759-350737 जारी किया गया है. दुर्घटना होने की स्थिति में लोग तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए इस पशु हेल्पलाइन नंबर 07759-350737 पर संपर्क कर सकेंगे. इसके साथ ही डॉ रेखा मिरे, पशु चिकित्सा सहायक शल्य, प्रभारी चलिष्णु इकाई कोरबा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है, जो अलग-अलग शिफ्ट में दिन रात सक्रिय रहेंगे.

सूरजपुर: आवारा मवेशियों के सड़कों पर बैठने से आए दिन हो रही है दुर्घटनाएं
जगदलपुर: रोका-छेका अभियान का नहीं दिख रहा असर, सड़कों पर पशुओं का जमावड़ा
आवारा पशु मामले में सभी नगर निगम को हाईकोर्ट का नोटिस, 4 हफ्ते बाद होगी सुनवाई

इन्हें बनाया गया है समिति का सदस्य: कोरबा कलेक्टर ने समिति के सदस्य के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा, पुलिस अधीक्षक, उप संचालक समाज कल्याण विभाग, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण, जिला परिवहन अधिकारी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, कार्यपालन अभियंता एनएचएआई 130, वन मण्डलाधिकारी कोरबा, वन मण्डलाधिकारी कटघोरा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोरबा, कटघोरा, पाली, पोड़ी-उपरोड़ा होंगे.

कोरबा: बरसात के मौसम में आवारा मवेशियों के सड़क पर पसरे रहने की समस्या बढ़ जाती है. नेशनल हाईवे हो या फिर शहर और गांवों की अन्य सड़कें, सभी जगह मवेशी डेरा जमाये रहते हैं. जिससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है. अब इसके लिए जिला प्रशासन ने ठोस पहल की है. मवेशियों को मुख्य सड़क से हटाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है.

हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने की पहल: आवारा और घुमन्तु पशुओं को व्यवस्थित करने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा आदेश पारित किया गया था. जिसके बाद कोरबा जिला प्रशासन ने पहल करते हुए पशुओं को व्यवस्थित करने के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया है. कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस कमेटी का गठन कर नगर पालिका निगम के आयुक्त को कमेटी का अध्यक्ष बनाया है.

गठित समिति की क्या होगी जिम्मेदारी? : जिला स्तरीय समिति द्वारा कोरबा में घुमन्तु पशुओं को राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के साथ नगरीय निकाय, ग्राम पंचायत मार्ग से हटाने की जिम्मेदारी होगी. घुमन्तु पशुओं के मालिकों पर ग्राम पंचायत अधिनियम 1993 और पशु अतिचार अधिनियम 1871 की धाराओं के आनुसार कार्यवाही किया किया जाना सुनिश्चित करेगी.
घुमन्तु पशुओं को गौशालाओं सहित अन्य शेल्टर में व्यवस्थित किया जाएगा. घुमन्तु पशुओं में रेडियम बेल्ट और टैग भी लगाया जाएगा. राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों में ऐसे स्थानों को चिन्हांकित किया जाएगा, जहां आमतौर पर पशुओं का जमावड़ा रहता है. समिति एक ऐसा प्रावधान तैयार कर सकेगा, जिससे ग्रामीण आमजन घुमन्तु पशुओं के संबंध में शिकायत दर्ज करा सकें.

घायल पशुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी: राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों में घुमन्तु मवेशियों के व्यवस्थापन के संबंध में पशु हेल्पलाइन नंबर 07759-350737 जारी किया गया है. दुर्घटना होने की स्थिति में लोग तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए इस पशु हेल्पलाइन नंबर 07759-350737 पर संपर्क कर सकेंगे. इसके साथ ही डॉ रेखा मिरे, पशु चिकित्सा सहायक शल्य, प्रभारी चलिष्णु इकाई कोरबा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है, जो अलग-अलग शिफ्ट में दिन रात सक्रिय रहेंगे.

सूरजपुर: आवारा मवेशियों के सड़कों पर बैठने से आए दिन हो रही है दुर्घटनाएं
जगदलपुर: रोका-छेका अभियान का नहीं दिख रहा असर, सड़कों पर पशुओं का जमावड़ा
आवारा पशु मामले में सभी नगर निगम को हाईकोर्ट का नोटिस, 4 हफ्ते बाद होगी सुनवाई

इन्हें बनाया गया है समिति का सदस्य: कोरबा कलेक्टर ने समिति के सदस्य के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा, पुलिस अधीक्षक, उप संचालक समाज कल्याण विभाग, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण, जिला परिवहन अधिकारी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, कार्यपालन अभियंता एनएचएआई 130, वन मण्डलाधिकारी कोरबा, वन मण्डलाधिकारी कटघोरा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोरबा, कटघोरा, पाली, पोड़ी-उपरोड़ा होंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.