कोरबा: केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के संयुक्त सचिव सहित आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत कोरबा जिला के प्रभारी अधिकारी रघुराज माधव राजेंद्रन बुधवार को कोरबा जिले के दौरे पर रहे.कलेक्टर रानू साहू की मौजूदगी में उन्होंने कोरबा और करतला ब्लॉक के वनांचल क्षेत्र का दौरा किया और धरातल पर सरकारी योजनाओं की वस्तुस्थिति का जायजा लिया. राजेंद्रन करतला के काजू प्रसंस्करण यूनिट का निरीक्षण करने भी पहुंचे थे. जिसकी उन्होंने तारीफ की
गौठान पहुंचे केंद्रीय सचिव
राजेंद्रन ने कोरबा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पहंदा के सरईडीह गौठान का दौरा किया. उन्होंने गौठान में चल रही आजीविका गतिविधियों के संबंध में स्वसहायता समूह की महिलाओं से जानकारी ली.गौठान में कार्यरत स्वसहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि वे गौठान में मुर्गीपालन, खरगोश पालन, चारा उत्पादन, सब्जी उत्पादन, बतख पालन, बटेर पालन एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण कर रही हैं.राजेंद्रन को कोरबा में उत्पादित काजू और ब्लैक राइस काफी पसंद आया.
गौठान की महिलाओं ने काजू और ब्लैक राइस को उपहार स्वरूप संयुक्त सचिव को भेंट किया. इस पर राजेंद्रन ने स्थानीय तौर पर उत्पादित ब्लैक राइस और काजू दोनों की खरीदी की और कीमत भी चुकाई. संयुक्त सचिव राजेंद्रन ने सरईडीह गौठान में ड्रिप इरिगेशन सुविधा, सोलर पंप, मल्चिंग के संबंध में भी जानकारी ली. गौठान में लगभग 12 स्वसहायता समूह की 70 से अधिक महिलाएं काम कर रही हैं. महिलाओं ने बताया कि समूहों द्वारा अभी तक एक लाख 43 हजार रूपए से अधिक का वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन किया जा चुका हैं।.
करतला के महादेव पारा आंगनबाड़ी केंद्र का किया निरीक्षण
संयुक्त सचिव रघुराज माधव राजेंद्रन ने कोरबा जिला प्रवास के दौरान करतला के महादेव पारा आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. उन्होेंने आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले बच्चों, कुपोषित बच्चों, वजन चार्ट आदि की जानकारी ली. संयुक्त सचिव ने आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही पौष्टिक रेडी-टू-ईट आहार की जानकारी ली.
काजू प्रसंस्करण यूनिट की तारीफ की
राजेंद्रन ने नवापारा बरतोरी स्थित हरियाली बहुद्देशीय प्रसंस्करण केन्द्र का जायजा लिया. नाबार्ड के सहयोग से एफपीओ हरियाली कृषि उत्पाद संघ द्वारा संचालित इस इकाई में काजू, चिरौंजी, ब्लैक राइस आदि की प्रोसेसिंग की जाती है. उन्होंने प्रसंस्करण केंद्र द्वारा उत्पादित खाद्य समानों का भी अवलोकन किया. साथ ही काजू और अन्य उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के बारे में जानकारी ली. केन्द्र के प्रभारी ने बताया कि स्थानीय स्तर पर उत्पादित ब्लैक राइस के स्वास्थ्यवर्धक एवं पौष्टिक होने के कारण दक्षिण के राज्यों में मांग ज्यादा है. डायबिटिज आदि के लिए फायदेमंद होने के कारण इसकी बिक्री से आमदनी में बढ़ोत्तरी की काफी संभावनाएं हैं. इस दौरान कलेक्टर रानू साहू, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूतन कंवर, संयुक्त कलेक्टर ममता यादव मौजूद थे.