कोरबा: जिला अस्पताल पर लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं. आरोप है कि यहां एक महिला की मौत के बाद शव को मरचुरी के खराब फ्रीजर में रखा गया. जिससे शव मर्चुरी में रखे हुए ही खराब हो गया. दरअसल शहर के शारदा विहार में रहने वाली 64 साल की भारती पांचाल की अचानक तबियत बिगड़ गई थी. उनके बेटे नें उन्हें उपचार के लिए निजी अस्पताल में दाखिल कराया था. लेकिन महिला की बढ़ती खांसी को देखते हुए कोरोना का संदेह जताते हुए उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया, जहां पहुंचते ही उनकी अचानक मौत हो गई.
अचानक हुई महिला की मौत पर अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना का संदेह होने की बात कही. सैंपल लेने और जांच के नाम पर शव को जिला अस्पताल की मर्चुरी में रखा गया. बताया गया कि यहां पर चार फ्रीजर हैं जिनमें से दो पहले से बुक थे. कर्मचारी ने गलत जानकारी दी और खराब पड़े फ्रीजर में मृतिका का शव रखवा दिया. जब यहां शव लेने परिजन पहुंचे तो उन्होंने देखा कि शव डिकंपोज हो रहा था. शव पूरी फूल चुका था. और इससे दुर्गंध भी आ रही थी.
जिला अस्पताल की लापरवाही को लेकर परिजनों और लोगों ने नाराजगी जाहिर की. काफी इंतजार के बाद शव का अंतिम संस्कार कोरबा के मोती सागरपारा मुक्तिधाम में कर दिया गया. भारती पांचाल की कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आई है.