कोरबा: हमेशा पत्रकारों पर तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने का आरोप लगता आया है. लेकिन कोरबा में इस बार सरकारी अधिकारी गलत समाचार बनाने के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं. कोरबा कलेक्टर रानू साहू (Collector Ranu Sahu) ने सरकारी जनसंपर्क विभाग (public relations Department korba) को नोटिस जारी किया है. यह कारण बताओ नोटिस जनसंपर्क विभाग के सूचना सहायक (information assistant DPR korba) को दिया गया है. जिन पर आरोप है कि उनकी देख रेख में एक बैठक की बातों को गलत तरीके से समाचार बनाकर मीडिया कर्मियों को भेजा गया था. अब कलेक्टर की इस कार्रवाई से जनसंपर्क विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
कोरोना की तीसरी लहार की तैयारी के लिए कहा, जारी कर दिया जांच पड़ताल का समाचार
बीते 8 जुलाई को कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक ली थी. बैठक में कलेक्टर ने अस्पतालों में तैयारी रखने के निर्देश दिए थे. इसकी गलत व्याख्या कर जनसंपर्क विभाग ने मीडिया कर्मियों को नर्सिंग होम एक्ट के तहत जांच पड़ताल का समाचार जारी कर दिया. यह बात जब कलेक्टर के संज्ञान में आई. तब उन्होंने नाराजगी जाहिर की. इस मामले में कलेक्टर ने जनसंपर्क के सूचना सहायक बीके रात्रे को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. जिले में समाचारों पर संवेदनशील रुख अपनाकर तत्काल कार्यवाही करने में नवपदस्थ कलेक्टर रानू साहू सक्रिय रहती हैं.
नियमों के खिलाफ अटैचमेंट पर कलेक्टर सख्त, डीईओ को फटकार लगाते हुए जारी किया नोटिस
तीन दिन के भीतर सूचना सहायक से मांगा जवाब
बैठक में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए कलेक्टर ने क्लीनिकों, अस्पतालों और नर्सिंग होम में व्यवस्था को सुधारने की बात कही थी. लेकिन जनसंपर्क विभाग की तरफ से नर्सिंग होम में जांच पड़ताल से जुड़ा समाचार मीडिया में भेजा गया . जो सिविल सेवा आचरण के विपरीत है. कलेक्टर ने इस तरह के भ्रामक समाचार के लिए सूचना सहायक बीके रात्रे से तीन दिन के भीतर नोटिस का जवाब मांगा है.
वर्तमान में जिले के जनसंपर्क विभाग में पदस्थ उप संचालक जितेंद्र नागेश छुट्टी पर चल रहे हैं. जिनकी गैरमौजूदगी में अधीनस्थ कर्मचारी जनसंपर्क विभाग का कामकाज देख रहे हैं. कलेक्टर ने मौजूदा मामले में जवाबदेही तय करते हुए केवल सूचना सहायक को ही नोटिस जारी किया है. सवाल यह भी है कि सूचना सहायक अपने स्तर पर समाचार बनाकर मीडिया कर्मियों को कैसे भेज सकते हैं? जब तक कि, इसका किसी उच्चाधिकारी की तरफ से मुआयना न कर लिया जाए. अब जनसंपर्क विभाग के इस कारनामे की जिले में खूब चर्चा हो रही है.