कोरबा: जिले में महिला कलेक्टर किरण कौशल पदस्थ हैं. जिन्होंने ETV भारत पर महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपने अनुभव साझा किये. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी काम नहीं, जो एक महिला नहीं कर सकती.
ETV भारत से चर्चा में किरण कौशल ने कहा कि महिलाओं में ज्यादा सहनशक्ति होती है. जो महिलाओं के लिए प्लस प्वाइंट होता है. इसी की बदौलत महिलाएं किसी भी काम को बेहतर प्लानिंग के तहत अंजाम देती हैं. महिलाओं को कभी भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वह किसी काम को नहीं कर सकतीं. महिलाएं वह सब कर सकती हैं, जो वह सोचती हैं.
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'कोरोना काल में एक महिला होने का मिला फायदा'
कलेक्टर किरण कौशल ने कोरोना और लॉकडाउन में काम करने के अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने कहा कि कटघोरा छत्तीसगढ़ का पहला हॉटस्पॉट बन गया था. इस दौरान काम करते हुए उन्हें एक महिला होने का इसका फायदा मिला. वे महिलाओं से बेहतर तरीके से अपील कर पाई. किरण ने बताया कि कटघोरा पिछड़ा हुआ इलाका है. जहां की महिलाएं ज्यादा जागरूक नहीं थी तब उन्होंने फील्ड पर उतर कर इस पूरे काम को अंजाम दिया. उनके फील्ड पर उतरने से अधिकारी भी प्रोत्साहित हुए. जिससे एक टीम लीडर के तौर पर वे बेहतर काम कर पाई.
'पारिवारिक दायित्वों का भी करना पड़ता है निर्वहन'
किरण कौशल ने बताया कि एक महिला कलेक्टर होने के साथ ही उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियां भी है. एक महिला होने के नाते वे परिवार के साथ ज्यादा जुड़ी रहती है. परिवार का ध्यान रखते हुए प्रशासनिक कार्यों को जिम्मेदारी पूर्वक पूरा करना एक चुनौती से कम नहीं होता. लेकिन उनकी हमेशा कोशिश रहती है कि वे पारिवारिक और प्रशासनिक दायित्व को अलग-अलग रखते हुए काम करे.