कोरबाः विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के लगभग सप्ताह भर बाद जिला चिकित्सालय कोरबा की टीम ने कटघोरा में कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान आत्महत्या के विश्व स्तरीय और देश के आंकड़ों की जानकारी देने के साथ ही खुदकुशी को कैसे रोका जाए, इस विषय में जरूरी जानकारी दी गई.
विश्व में बढ़ती आत्महत्या की दरों को रोकने के लिए 10 सितंबर के दिन हर साल आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है. भारत में आत्महत्या आंकड़ों के मुताबिक इस मामले में छत्तीसगढ़ चौथे स्थान पर है और प्रदेशभर में सबसे अधिक भिलाई-दुर्ग में 35 प्रतिशत लोग आत्महत्या करते हैं. इस कार्यक्रम के माध्यम से हर साल आत्महत्या के बढ़ते कारणों को जानने का प्रयास किया गया. 'ट्रेनिग वर्कशॉप' द्वारा कॉलेज स्टूडेंट में जागरूकता लाने के लिए इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई.
साइकोलॉजिस्ट ने स्टूडेंट को दी जानकारी
कटघोरा के मुकुटधर पांडे के स्टूडेंट को जानकारी देते हुए बताया गया कि 'अधिकत्तर लोग डिप्रेशन में आकर आत्महत्या का रास्ता चुनते हैं. साथ ही युवा पीढ़ी में लगातार आत्महत्या की घटनाएं बढ़ने का कारण उन्होंने बड़ों का साथ न होना और डिस्कशन में कमी को बताया.