कोरबा : कस्तूरबा गांधी बालिका हॉस्टल की अधीक्षिका पर अभिभावकों ने बच्चों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. परिजनों ने बताया कि शिकायत करने पर अधीक्षिका ने बच्चों को हॉस्टल से निकालकर उनके सामान वापस नहीं किए है. इस मामले में अधीक्षिका और परिजनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस को मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाना पड़ा.
रामपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में आठवीं कक्षा तक की बालिकाओं को आवासीय शिक्षा प्रदान की जाती है. यहां की अधीक्षिका विमला भास्कर के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें दर्ज है. जिला पंचायत के प्रस्ताव के बाद अधीक्षिका को यहां से हटाया भी गया था, लेकिन उच्च अधिकारियों की सहायता से वह फिर से इस हॉस्टल में पदस्थ हो गई है. इसके बाद अधीक्षिका के खिलाफ फिर से शिकायतें आने लगी है.
अभिभावकों ने की शिकायत
अभिभावक खेलन साहू ने बताया कि 'अधीक्षिका का व्यवहार बच्चों के प्रति ठीक नहीं है. बच्चों को भोजन भी ठीक तरह से नहीं दिया जा रहा है. जब इस बारे में बात की तब उन्होंने बदतमीजी की और बच्ची को भी हॉस्टल से निकाल दिया. कई जगह शिकायत करने के बाद भी इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.'