कोरबा: आपात स्थिति से निपटने के लिए शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने जिले के ईएसआईसी अस्पताल को कोविड हॉस्पिटल के तौर पर तैयार करने की दिशा में तैयारी तेज कर दी है. 100 बेड वाले अस्पताल में 50 बेड और 3 वेंटिलेटर का इंतजाम किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग ने यहां चिकित्सकों की भी व्यवस्था की है. यदि जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या और बढ़ती है तो इससे निपटने के लिए प्रशासन ने भी कमर कस ली है.
बता दें कि जिले का कटघोरा कोरोना हॉटस्पॉट बन चुका है. यहां से कोरोना पॉजिटिव 24 मरीज मिल चुके हैं. अब भी मरीजों की तादाद बढ़ने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता.
स्वास्थ्य विभाग ने लिया था जायजा
अब तक पॉजिटिव मिले मरीजों को इलाज के लिए एम्स रायपुर भेजा जाता रहा है. लेकिन मरीजों की तादाद बढ़ने पर जिले में ही उनके इलाज के साथ ही रखरखाव संबंधी इंतजाम मौजूद हों, इस दिशा में प्रशासन तैयारी कर रहा है. एक दिन पहले राज्य स्तर पर गठित स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव डॉ प्रसन्ना की अगुवाई वाली 4 सदस्यीय टीम ने भी जिले का दौरा किया था.
किए गए ये इंतजाम-
- टीम ने कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था को हरी झंडी दे दी है.
- ईएसआईसी अस्पताल को ही कोविड हॉस्पिटल बनाने का फैसला.
- जिले में मजदूरों की बहुलता को देखते हुए केंद्र सरकार से ईएसआईसी अस्पताल की मंजूरी मिली थी.
- ईएसआईसी अस्पताल को कोविड हॉस्पिटल के तौर पर तैयार कर फिलहाल 50 बेड तैयार रखे गए हैं.
बता दें कि जिले में वेंटिलेटर की कमी की खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी, जिसका असर देखने को मिल रहा है. अब तक निजी अस्पतालों से 10 वेंटिलेटर अधिग्रहित करने का अनुबंध किया जा चुका है.
छत्तीसगढ़ शासन के आपदा मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि 'जिले में कोविड हॉस्पिटल तैयार किया गया है. स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्तरीय टीम ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया है. वेंटिलेटर का इंतजाम भी किया गया है, कुछ और वेंटिलेटर के ऑर्डर दिए जा चुके हैं. हम हर तरह की आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं'.