कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में चक्रवाती तूफान 'यास' का असर देखने को मिल रहा है. भीषण गर्मी वाले नौतपा शुरू होने के बाद भी जिलेवासियों को धूप और गर्मी से राहत मिली है. वहीं जिले में बादल भी छाए हुए हैं, साथ ही कई इलाकों में बूंदाबांदी भी हो रही है. यहां मौसम खराब होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 26 मई यानी आज शाम के बाद से मौसम में और भी तेज बदलाव आ सकता है.
मंगलवार तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस
हर साल आमतौर पर नौतपा के कुछ दिन पहले तक तेज धूप और तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलती है, लेकिन इस बार हर साल की तुलना में मई के महीने में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. पिछले 10 दिनों के तापमान पर नजर डालें, तो औसत अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. हालांकि इस बीच मौसम कई बार करवट ले चुका है. जिले में तेज आंधी-तूफान के साथ कई बार बारिश हुई है. मंगलवार को भी धूप-छांव जैसी स्थिति बनी रही. वहीं जिले में आज देर रात कई क्षेत्रों में हल्की-फुल्की बारिश के आसार नजर आ रहे हैं.
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इंटरनेट सेवाएं भी बाधित
मौसम में बदलाव होने के कारण कोरबा जिले में लगभग सभी इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनियों के नेटवर्क में खराबी आ रही है. कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में भी समस्या आ रही है. बिजली और इंटरनेट दोनों ही सेवाएं बाधित होने से जिलेवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि विभागों की मानें तो इसमें सुधार का काम भी लगातार जारी है.
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'नौतपा में धूप नहीं होने से बरसात पर असर' की मान्यता
ऐसी मान्यताएं हैं कि नौतपा में धूप जितनी तेज होगी, मानसून में बारिश भी उतनी ही अच्छी होती है. ऐसा होने पर कृषि कार्य में तय समय पर तेजी आएगी और फसल की पैदावार भी बेहतर होगी, लेकिन इस बार नौतपा की परंपरा टूट रही है. इन मान्यताओं पर विश्वास करने वाले लोग अभी से चिंतित हैं. उनका अनुमान है कि इस बार बारिश कम हो सकती है. प्रदेश में 10 जून से मानसून के दस्तक देने की संभावना है.
चक्रवात का प्रभाव बेहद प्रबल, प्रदेशभर में रहेगा असर
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा की मानें तो बंगाल की खाड़ी में स्थित चक्रवात की तीव्रता बेहद प्रबल है. जिसके कारण प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में नमी देखने को मिल रही है. जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में तेज गति से हवाएं चल सकती हैं. वहींं 26 मई की शाम को कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात होने की पूरी संभावना है. खासतौर पर प्रदेश के उत्तरी भाग में तापमान में गिरावट आने की संभावना है. प्रदेश के पड़ोसी राज्य ओडिशा और झारखंड से लगे जिलों में 'यास' तूफान का असर ज्यादा रहेगा.