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कोरबाः घुमंतू और दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की कवायद

स्ट्रीट चिल्ड्रेन और दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के शिक्षा विभाग ने एक अच्छी पहल की है. शिक्षा विभाग की कवायद पर बच्चों को ऐसे बच्चों को आवासीय विद्यालय रखकर निशुल्क शिक्षा देने की कोशिश की जा रही है.

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Published : Jul 26, 2019, 12:38 PM IST

घुमन्तु और दिव्यांग जुड़ेंगे शिक्षा से

कोरबाः जिले में घुमंतू और दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा अद्भुत प्रयास किया जा रहा है. शासन की योजना के मुताबिक इन बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी. इन बच्चों को आवासीय विद्यालय में रखकर उन्हें शिक्षा देने का प्रावधान है.

शिक्षा विभाग द्वारा अद्भुत प्रयास

सर्वे से जुटाये जा रहे हैं आंकड़े
योजना को लागू करने के लिए जिले में घुमंतू और दिव्यांग बच्चों के आंकड़े जुटाये जा रहे हैं. जिला शिक्षा विभाग के सर्वे के माध्यम से उन सभी बच्चों का आंकड़ा एकत्रित किया जा रहा है. इस योजना के माध्यम से बच्चों को ऐसे विद्यालय में शिक्षा दी जाएगी. जहां पर उनके लिए हॉस्टल की सुविधा हो. वर्तमान में अभी तक जिला शिक्षा विभाग के पास 15 दिव्यांग बच्चों की सूची आ गई है. विभाग लगातार सर्वे कर आंकड़ा जुटाने का काम कर रहा है.

विभाग के पास क्या है समस्या
विभाग के सामने आंकड़ा जमा करने में सबसे बड़ी समस्या घुमंतू बच्चों को लेकर आ रही है. उन्हें इस योजना से जोड़ने में बड़ी समस्या आ रही है. दरअसल, घुमंती समाज के लोग इधर-उधर घूमते रहते हैं. जिसके कारण उनका सही-सही डाटा जमा करने में मुश्किल आ रही है.

कोरबाः जिले में घुमंतू और दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा अद्भुत प्रयास किया जा रहा है. शासन की योजना के मुताबिक इन बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी. इन बच्चों को आवासीय विद्यालय में रखकर उन्हें शिक्षा देने का प्रावधान है.

शिक्षा विभाग द्वारा अद्भुत प्रयास

सर्वे से जुटाये जा रहे हैं आंकड़े
योजना को लागू करने के लिए जिले में घुमंतू और दिव्यांग बच्चों के आंकड़े जुटाये जा रहे हैं. जिला शिक्षा विभाग के सर्वे के माध्यम से उन सभी बच्चों का आंकड़ा एकत्रित किया जा रहा है. इस योजना के माध्यम से बच्चों को ऐसे विद्यालय में शिक्षा दी जाएगी. जहां पर उनके लिए हॉस्टल की सुविधा हो. वर्तमान में अभी तक जिला शिक्षा विभाग के पास 15 दिव्यांग बच्चों की सूची आ गई है. विभाग लगातार सर्वे कर आंकड़ा जुटाने का काम कर रहा है.

विभाग के पास क्या है समस्या
विभाग के सामने आंकड़ा जमा करने में सबसे बड़ी समस्या घुमंतू बच्चों को लेकर आ रही है. उन्हें इस योजना से जोड़ने में बड़ी समस्या आ रही है. दरअसल, घुमंती समाज के लोग इधर-उधर घूमते रहते हैं. जिसके कारण उनका सही-सही डाटा जमा करने में मुश्किल आ रही है.

Intro:जिले में घुमन्तु और दिव्यांग बच्चों को आवासीय विद्यालय से जोड़ने की पहल की जा रही है। शासन की योजना के अनुसार इन बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी।


Body:शासन की इस योजना के तहत जिला शिक्षा विभग ने घुमन्तु और दिव्यांग बच्चों का आंकड़ा मंगाया है। शिक्षा विभाग सर्वे कर आंकड़े एकत्रित कर रहा है। इन बच्चों को आवासीय विद्यालय के माध्यम से शिक्षा देने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। अभी तक 15 दिव्यांग बच्चों की सूची विभाग के पास आ गई है। विभाग लगातार सर्वे कर जानकारी जुटा रहा है।


Conclusion:विभाग के सामने सबसे बड़ी समस्या घुमन्तु बच्चों को इस योजना से जोड़ने की है। दरअसल, घुमन्तु बच्चे अपने परिवार के साथ इधर उधर घूम कर पेट पालते हैं। ऐसे लोग जल्दी जागरूक नहीं होते हैं। इनके अभिभावकों को समझाना और बच्चों को इस योजना से जोड़ने में विभाग को दिक्कत हो रही है। अब तक की स्थिति में घुमन्तु बच्चों को इससे नहीं जोड़ा जा सका है।

बाइट- सतीश कुमार पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी
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