कोरबा: ईटीवी भारत की खबर के बाद गणवेश (School dress) घोटाला मामले में शिक्षा विभाग (education department korba) ने संबंधित बाबू को सस्पेंड कर दिया है. 10 जून को बाबू के निर्माणाधीन मकान में गणवेश मिले थे, जबकि अगले दिन ड्रेस को नाले में बहते हुए पाया गया था. युवा कांग्रेस ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कहा है कि इस तरह की लापरवाही उच्चाधिकारियों के संरक्षण में की गई है. इसलिए छोटे कर्मचारियों की जगह उच्च अधिकारियों को सस्पेंड किया जाना चाहिए.
युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष मधुसूदन दास ने कहा कि शिक्षा विभाग जिले में अपने कारनामों के लिए मशहूर है. विभाग में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है, लेकिन इस बार हद तब हो गई जब गरीब बच्चों को बांटे जाने वाले गणवेश बाबू के मकान में पड़े हुए मिले. उसे नाले में भी बहा दिया गया. इसलिए इस मामले को गंभीरता से लेकर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
कांग्रेस की छवि धूमिल कर रहे अफसर
युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नितिन चौरसिया ने कहा कि एक ओर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल शासन की योजनाओं को गरीब बच्चों तक पहुंचा रहे हैं. उन्हें बेहतर शिक्षा का माहौल दे रहे हैं. दूसरी तरफ जिले में गणवेश बाबू के मकान में मिल रहे हैं. कभी कूड़े की तरह नाले में बहाये जा रहे हैं. यह साफ तौर पर विभाग की लापरवाही है और इसमें छोटे कर्मचारियों के बजाये उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्हें सीधे सस्पेंड किया जाना चाहिए.
कोरबा का गणवेश मामला: शिक्षा विभाग का क्लर्क सस्पेंड, जांच में ड्रेस को 5 साल पुराना बताया गया
जांच के बाद शिक्षा विभाग ने की कार्रवाई
शिक्षा विभाग के क्लर्क के घर गणवेश मिलने के मामले में ETV भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. जांच में दोषी पाए गए क्लर्क को सस्पेंड कर दिया गया है. जांच के बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है. जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबन का आदेश जारी किया है. ETV भारत ने 10 जून को आप तक ये खबर सबसे पहले पहुंचाई थी कि शिक्षा विभाग में पदस्थ क्लर्क के घर गणवेश मिले हैं.