कोरबा: बालको की बाउंड्रीवॉल हटाने पहुंचे नायब तहसीलदार और बालको प्रबंधन के बीच जमकर विवाद हो गया. इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि बेला और दोंदरो गांव में बालको बाउंड्रीवॉल का निर्माण करा रहा है. जिसे लेकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रशासन से की थी.
शासकीय जमीन पर बालको कर रहा बाउंड्रीवॉल का निर्माण
कोरबा के बालको क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासनिक अमले और बालको प्रबंधन के बीच विवाद हो गया. इस दौरान नायब तहसीलदार सोनू अग्रवाल और बालको के अफसरों में बहस भी हुई. बालको से लगे बेला और दोंदरो के ग्रामीणों ने बालको की ओर से बनाई जा रही बाउंड्रीवॉल की शिकायत SDM और तहसीलदार से की थी, इसके बाद राजस्व विभाग के अधिकारी JCB के साथ मौके पर पहुंचे और एक के बाद एक बाउंड्रीवॉल को ढहाना शुरू किया.
नायब तहसीलदार और बालको प्रबंधन के बीच हुई बहस
बाउंड्री वॉल तोड़ने की कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार और बालको के अधिकारियों के बीच जमकर बहस हो गई. पूरा मामले का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई. इस दौरान जहां बालको के अधिकारी प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया. वहीं नायब तहसीलदार ने शासकीय कार्य पर बाधा डालने की बात कहते हुए बालको प्रबंधन को पीछे हट जाने को कहा.
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ग्रामीणों की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
कोरबा नगर निगम के वार्ड नंबर 38, जो कि ग्राम बेलाकछार और दोंदरो से लगा हुआ है. ग्रामीणों का आरोप है की उक्त भूमि में बालको अवैध निर्माण कर रहा है. बालको उस जमीन को अपना बता रहा है. जबकि यह जमीन शासकीय है. जमीन को लेकर बालको और ग्रामीण आमने-सामने हो चुके हैं. कई विवादों के बाद शिकायत और राजस्व न्यायालय में सुनवाई के बाद यह कार्रवाई हुई है. तहसीलदार सुरेश साहू ने बताया की शिकायतों के आधार पर उक्त कार्रवाई की गई है. भूमि के संबंध में सुरेश साहू ने बताया कि वह भूमि शासकीय मद की भूमि है. शिकायत के आधार पर निर्माणाधीन बाउंड्रीवॉल को तोड़ा गया है.