कोरबा: करतला के सलीहाभाठा पंचायत की अधिकतर गलियों और नालियों में गंदगी का अंबार है. कचरे का कूड़े का गालियों में ढेर लगा हुआ है. सलीहाभाठा पंचायत में लापरवाही पूर्वक कचरे को बाहर ना फिंकवाकर गांव के बीचों बीच ही फेंक दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोग समेत राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गंदगी के कारण लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं.
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ग्रामीण रामप्रसाद और सावित्री ने बताया कि जनप्रतिनिधियों पर समस्या का ठीकरा फोड़ा. उन्होंने कहा कि हमारे ग्राम पंचायत में सफाई व्यवस्था तो अब पूर्ण रूप से अधमरा है. राम प्रसाद ने बताया कि कम से कम 2 महीने हो गए हैं. रोड किनारे कचरा पड़ा है. सरपंच ने सफाई नहीं कराई है. जहां गंदगी है, वहां पर एक आंगनबाड़ी भवन भी है. जहां छोटे-छोटे बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. बावजूद इसके गांव का सरपंच सफाई को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है.
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मोहल्ले में नहीं बनाया गया कूड़ादान
रामप्रसाद ने बताया कि किसी गली मोहल्ले में कचरा फेंकने के लिए कूड़ा दान तक नहीं बनाया गया है, जिसके कारण ग्रामीण रोड पर ही अपने घर का कचरा फेंक कर चले जाते हैं. इससे आने जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतें होती है.
सरपंच प्रभा कंवर का सफाई को लेकर गोलमोल जवाब
सरपंच प्रभा कंवर ने बताया कि हर 2 महीने में फेंके हुए कचरे को सफाई करा दिया जाता है. पूरे मोहल्ले को साफ सुथरा भी रखा जाता है, लेकिन किसी कारणवश कुछ महीनों से सफाई नहीं करवा पा रहे हैं. गांव के सरपंच भी मानते हैं कि गंदगी से बीमारी होने का डर है. उसके बावजूद भी सरपंच सफाई को लेकर गंभीर नहीं है. पंचायत की साफ-सफाई के लिए शासन के तरफ से पंचायत फंड में राशि दी जाती है, लेकिन उस राशि का जनप्रतिनिधि किस तरह से उपयोग करते हैं यह समझ से परे है.