कोरबा: प्रदेश के दो कद्दावर बीजेपी नेता पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर और सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. देवेंद्र पांडे ने सृष्टि मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज में प्रेसवार्ता बुलाकर ननकीराम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पत्रकारों से चर्चा के दौरान देवेंद्र पांडे ने ननकीराम को खतरनाक आदमी बताया और कहा कि उनके संबंध अच्छे और बुरे दोनों ही तरह के लोगों से हैं. वह मेरे साथ कुछ भी करवा सकते हैं, मेरा परिवार भय के वातावरण में जीवन बिता रहा है, इसलिए शासन मुझे सुरक्षा मुहैया कराए.
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लीज बढ़कर हुई 22 करोड़ मालिकाना हक के लिए 80 करोड़
यह पूरा विवाद सृष्टि नर्सिंग एवं रिसर्च सेंटर को लेकर उपजा है. सफाई देते हुए पांडे ने कहा कि इसकी स्थापना साल 2005-06 में हुई थी. जिसके लिए शासन से 54 एकड़ जमीन मांगी थी, जिसमें 26 एकड़ जमीन मिली तब 10% लीज राशि जमा किया था. इसमें 2 करोड़ 44 लाख रुपए जमा करना था. लेकिन ननकीराम कंवर ने कहा कि शासन की योजना के मुताबिक इसे निशुल्क कराएंगे. इसलिए तब राशि जमा नहीं हो पाई. लेकिन निशुल्क भी नहीं हुई. अब राशि बढ़कर 22 करोड़ रुपए पहुंच चुकी है. पांडे ने कहा कि साल 2013 में शासन ने इसे वन भूमि बताकर 18 एकड़ जमीन का आवंटन निरस्त किया था. लेकिन हाईकोर्ट ने फिर से वापस करने का आदेश दिया. वर्तमान में जमीन के मालिकाना हक के लिए शासन को 80 करोड़ देना होगा.
गलत तरीके से देवेंद्र पांडे लोगों की नौकरी लगवाते है
ननकीराम कंवर और देवेंद्र पांडे एक समय बेहद करीबी हुआ करते थे. यह संबंध दशकों पुराना है, लेकिन अब जब दोनों के बीच विवाद बढ़ गया. तब दोनों ओर से खुलासे हो रहे हैं. सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहते हुए देवेंद्र पांडे ने 106 लोगों की नौकरी लगाई थी, लेकिन बाद में इन सभी को बर्खास्त कर दिया गया था. ननकीराम का आरोप है कि इन लोगों से पैसे लेकर गलत तरीके से देवेंद्र पांडे ने इनकी इनकी नौकरी लगवाई थी. इस आरोप पर देवेंद्र पांडे ने कुछ भी जवाब देने से इनकार किया और कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है. सभी अभ्यर्थियों की वीडियोग्राफी हुई है. इसकी सीडी कलेक्टर बिलासपुर के पास आज भी मौजूद है. इसमें भी ननकीराम का हाथ है, लेकिन मैं खुलकर नहीं बता सकता कई ऐसे हैं जो मेरे साथ ही दफन हो जाएंगे. ऐसे कई लोग हैं जिनके ऊपर ननकीराम ने एट्रोसिटी एक्ट के तहत फर्जी मामला दर्ज कराया है.