कोरबा: कलेक्टर ने जनपद पंचायत करतला में फेरबदल करते हुए सीईओ जी. धृतलहरे को हटाकर डिप्टी कलेक्टर देवेंद्र कुमार प्रधान को सीईओ जनपद पंचायत करतला का प्रभार सौंपा है. इसी आदेश में सोनित मेरिया, तहसीलदार का अटैचमेंट समाप्त करते हुए उन्हें तहसीलदार करतला का फुल फ्लैश चार्ज भी दिया गया है.
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एक बार फिर जनपद पंचायत करतला सुर्खियों में
दो दिन पहले करतला से हटाए गए सीईओ धृतलहरे ने कलेक्टर के आदेश के औचित्य पर सवाल उठाते हुए स्वयं की नियुक्ति शासन की ओर से किए जाने की बात कही है. साथ ही खनिज न्यास संस्थान की स्वीकृत कार्यों में जो अनियमितता पूर्व में की गई है. मामले में खुद को फंसाने की बात कह रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों रामपुर क्षेत्र के विधायक और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने कोरबा जिला प्रशासन को पत्र लिखकर करतला और पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के खनिज न्यास मद से स्वीकृत एलईडी लाइट और इसके पहले और भी कई कार्यों में अनियमितता की शिकायत की थी.
तत्कालिक सीईओ की भूमिका को संदिग्ध बताया
लॉकडाउन के दौरान बिना काम कराए लाखों का अग्रिम भुगतान किए जाने और बड़े भ्रष्टाचार की शिकायत जिला कलेक्टर से की थी. उन्होंने कार्य की क्रियान्वयन एजेंसी जनपद पंचायत करतला के तत्कालिक सीईओ की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए सवाल खड़े किए थे.
कलेक्टर ने जारी किया आदेश
कलेक्टर ने जारी आदेश में डिप्टी कलेक्टर रहे देवेंद्र कुमार प्रधान को प्रशिक्षण के लिए करतला सीईओ के पद पर नियुक्त किए जाने का उल्लेख किया गया है. इस आदेश के और भी कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. बहरहाल डीएमएफ घोटाले के बाद चर्चा में आई करतला जनपद सीईओ की कुर्सी फिर विवादों में हैं.