कोरबा: हर साल सैकड़ों लोग साइबर ठगी के शिकार महज इसलिए हो जाते हैं कि उन्हें इंटरनेट और साइबर क्राइम से जुड़ी जानकारी नहीं होती है, न ही लोग सतर्क होते हैं. ऐसे में साइबर क्राइम और इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं की जानकारी देने के लिए दीपका पुलिस ने संगवारी साइबर जागरूकता रथ निकालकर लोगों को जागरूक किया है.
अभियान के तहत पुलिस की टीम शहर में घूम-घूमकर लोगों को साइबर ठगी, सोशल मीडिया के साइड इफेक्ट, इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं के उपयोग की जानकारी देते हुए अपराध से बचने के लिए जागरूक कर रही है. कोरबा में साइबर क्राइम के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए 'साइबर संगवारी' अभियान चलाया है.
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पोस्टर लगाकर लोगों को किया जा रहा जागरूक
साइबर नोडल अधिकारी रामगोपाल करियारे और दीपका थाना प्रभारी अपने स्टाफ के साथ लोगों को जागरूक कर सावधान रहने को कहा है. पुलिस के चलाए जा रहे इस अभियान के दिशा निर्देश को लोगों ने भी गंभीरता से सुना है. ठग गिरोह से सावधान रहने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैनर पोस्टर भी लगाए हैं.
37 लाख की ऑनलाइन ठगी
नई तकनीक ने हमारे कई कामकाज को आसान बना दिया है, लेकिन गलत उपयोग ने जोखिम भी बढ़ा दिया है. शातिर ठग दूसरे का मोबाइल और ATM कार्ड यूज कर ठगी करते हैं. ठगी किए गए रकम से कुछ पैसा उन्हें दे देते हैं. हाल ही में दीपका एमडी क्वार्टर में रहने वाले भगवान सिंह चौहान से 37 लाख की ऑनलाइन ठगी हुई थी. जिसे सुलझाने में दीपका पुलिस से सफलता भी हासिल की है. छत्तीसगढ़ में ठगी के अलग-अलग ट्रेंड देखने को मिल रहा है. ठग नेताओं और अफसरों के नाम पर लोगों को चूना लगाते हैं.
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प्रदेश में आजकल इस तरह के मामले ज्यादा देखने को मिले हैं
व्हाट्सएप हैक: आजकल साइबर ठग लोगों के व्हाट्सएप को हैक कर रहे हैं और उनके पर्सनल डाटा को पब्लिक करने की धमकी देकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं.
कैसे बचें : सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल चीजें ना डालें. सोशल मीडिया अकाउंट को हमेशा पर्सनल रखें. किसी भी अनजान व्यक्ति से बात करते वक्त उसे अपना अकाउंट डिटेल्स ना शेयर करें. किसी भी अनजान व्यक्ति से बात करते वक्त उसके दिए गए लिंक पर क्लिक न करें.
फेसबुक हैक : आजकल प्रदेश में ज्यादातर मामले फेसबुक हैकिंग या कॉपिड अकाउंट के आ रहे हैं. ऐसे में ठग आपके अकाउंट को हैक कर लेते हैं या आपके अकाउंट जैसा ही एक अकाउंट क्रिएट कर लेते हैं और आपके दोस्तों को इमोशनल मैसेज कर पैसों की मांग करते हैं. ऐसे में अकाउंट नंबर पर पैसा ट्रांसफर न करें.
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कैसे बचें: जैसे कि आपको पता चलता है कि आपका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया है या किसी ने कॉपिड अकाउंट बनाकर आपके दोस्तों के साथ बात की है या पैसों की डिमांड की है तत्काल सभी दोस्तों को फोन कर सूचित करें कि आपका अकाउंट हैक हो चुका है. इसके साथ ही आप अपने व्हाट्सएप या दूसरे अकाउंट पर पोस्ट लिखकर डालें कि आपका अकाउंट हैक हो चुका है और तत्काल अपने नजदीकी थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराएं.
बैंकिंग फ्रॉड: अक्सर पढ़े-लिखे लोग बैंकिंग फ्रॉड जैसे मामलों में ठगी के शिकार बन जाते हैं. ठग बैंक मैनेजर बनकर लोगों को फोन करते हैं और कहते हैं कि आपका अकाउंट बंद होने वाला है जल्दी से आप अपना अकाउंट नंबर हमें बताएं जिससे हम उसे दोबारा चालू कर सकें. लोग जैसे ही अपना अकाउंट नंबर बताते हैं ठग अकाउंट में पड़ा सारा पैसा उड़ा ले जाते हैं.
कैसे बचें: जैसे आपको इस प्रकार के फोन कॉल्स आते हैं. तत्काल फ़ोन कट कर दें. बैंक कभी किसी भी व्यक्ति का अकाउंट नंबर और ओटीपी नहीं पूछता है.