गठबंधन की नैतिकता पर सवाल
इससे पहले भी गठबंधन के नेताओं से बिना बात किये ही प्रत्याशी का ऐलान करना और बैठक बुला लेना, गठबंधन की नैतिकता पर सवाल उठा रहे थे. अब नामांकन रैली में गठबंधन के नेताओं की गैर-मौजूदगी इस सवाल को और वाजिब बना रही है.
कई नेताओं ने दिया इस्तीफा
इस बीच खबरें ये भी आई कि, जोगी कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इसके पीछे गठबंधन से नाराजगी बताई गई. इस बीच अजीत जोगी का कोरबा लोकसभा से चुनाव लड़ने का ऐलान और बाद में मैदान से हट जाना भी गठबंधन को कठघरे में खड़ा कर रहा है. जमीनी स्तर पर जोगी कांग्रेस के लिए काम कर रहे कार्यकर्ता बताते हैं कि, कोरबा के सभी कार्यकर्ताओं की इच्छा थी कि अजीत जोगी कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़ें, लेकिन उनका मैदान से पीछे हट जाना उनके लिए झटका है.
जोगी की सीट से बपसा के प्रत्याशी
पहले अजीत जोगी ने कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन कुछ दिनों पहले ही वे अपने बयान से पलट गए और मंगलवार को बसपा के प्रत्याशी परमीत सिंह ने कोरबा से लोकसभा के लिए नामांकन भर दिया. नामांकन भरने पहुंचे बसपा प्रत्याशी परमीत सिंह ने शक्ति प्रदर्शन के लिए एक रैली भी निकाली, जिसमें जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं दिखे. इसपर, जोगी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दीप नारायण सोनी का कहना है कि, 'पार्टी के अंतिम फैसले के लिए वे रायपुर में थे, इसलिए उनके कार्यकर्ताओं को बसपा के नामांकन की जानकारी नहीं थी.' सोनी ने कहा कि, 'ये चुनावी मेला है इसलिए लोग आते-जाते रहेंगे और कुछ नाराज भी रहेंगे. इससे गठबंधन को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.'
बसपा की रैली से जोगी कांग्रेस नदारद
अब सवाल यह भी उठता है कि, जब कोरबा शहर में रैली निकाली गई, तो जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी कैसे नहीं हुई. इसके अलावा बसपा प्रत्यासी के नामांकन भरने की जानकारी वहीं से स्थानीय अखबारों और न्यूज चैनलों में भी प्रकाशित की गई थी. अजीत जोगी का कोरबा लोकसभा सीट से नहीं लड़ना और बसपा प्रत्याशी को मैदान में उतरना गठबंधन पर सवाल उठा रहे हैं.
'कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता'
जोगी कांग्रेस और बसपा गठबंधन की दरार कांग्रेस को भी दिखाई दे रही है. कांग्रेस शहर अध्यक्ष राज किशोर प्रसाद ने बताया कि, 'इस गठबंधन से नाराज पार्टी के कई बड़े पदाधिकारियों ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ले ली है. इसका मतलब साफ है कि, उनके कार्यकर्ता इस गठबंधन से खुश नहीं हैं.' किशोर ने कहा कि, 'विधानसभा चुनाव में जिस तरह कोरबा में गठबंधन का सफाया हुआ है, लोकसभा में भी हाल कुछ वैसा ही है. अजीत जोगी चुनाव लड़ते भी तो कांग्रेस को फर्क नहीं पड़ता.'
बीजेपी भी नहीं मान रही चुनौती
इधर, कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी गठबंधन को चुनौती मानने से इनकार कर दिया है. बीजेपी का कहना है कि, 'कोरबा लोकसभा में सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. हमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि गठबंधन से कौन चुनाव लड़ रहा है.'