कोरबा: एसईसीएल कर्मियों को मूलभूत सुविधा दिलाने में प्रबंधन गंभीर नहीं है. जिले का अधिकांश हिस्सा कोयले की खदान से घिरा हुआ है. वहीं जल प्रबंधन भी कोयला उत्खनन कर लाखों करोड़ों रुपए कमा रहा है. बावजूद इसके एसईसीएल में काम करने वाले कर्मियों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है.
जहर का कारोबार! सर्पदंश की घटनाएं और बढ़ते स्नेक कैचर
वार्ड क्रमांक 25 के पार्षद शैलेंद्र सिंह ने बताया कि एसईसीएल कॉलोनी में बिजली, पानी और सफाई को लेकर एसईसीएल प्रबंधन को कई बार आवेदन किया, लेकिन उसके बावजूद भी प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है. इसे लेकर अब वार्ड पार्षद ने मन बना लिया है कि सीसीएल प्रबंधन कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठेंगे. इसे लेकर वार्ड पार्षद ने एसईसीएल को 1 सप्ताह का समय दिया है.
कोरबा: नगर निगम ने जल आवर्धन योजना के तहत बहाये खूब पैसे, फिर भी आधा शहर है प्यासा
पार्षद ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी
शैलेंद्र सिंह ने कहा है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तो वह भूख हड़ताल करने बाध्य होंगे. वार्ड पार्षद शैलेंद्र सिंह ने जिला प्रशासन को भी पत्र लिखा है. एसईसीएल को कॉलोनी की मूलभूत सुविधाओं को लेकर कई बार आवेदन कर अवगत कराया गया है, लेकिन किसी तरह की व्यवस्था कार्य कॉलोनी में नहीं कराई जा रही है. अब वह भूख हड़ताल करेंगे.